SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 109
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ( ४४ ) २३ वासुदेव राज्य (२) केवडंउ राज्य वासुदेव तणउं जिहा समुद्र विजय प्रमुख दस दसार । पजून प्रमुख अहूठि कोडि कुमार । शब प्रमुख एक सहस्र दुर्दीत कुमार । बलदेव प्रमुख पाँच वीर। वीरसेन प्रमुख एकवीस सहस वीर | उग्रसेन प्रमुख सोल सहस मुकुटबद्ध राजा । महसेन प्रमुख छप्पन्न सहस बलवत । रूपिणि प्रमुख सोल सहस अतःपुरी जन । अनग (सेना) प्रमुख सोल सहस वेश्याजन ७० ( स० १) २४ रावण-वर्णन (१) लका नगरी राजधानी त्रिकूट पर्वत गढ । अनेक अक्षौहिणी दल, अढारकोडि तूर । जिणइ मृत्यु पातालि घाल्यउ, नवग्रह खाट पाईयइ बाधा। बाउ देवता आगणउ बुहारइ, बार मेघ छडउ दीयइ ।. वनस्पती फूल फगर भरइ, सूर्य रसवत्ती करइ । चद्रमा घडी-घड़ी अमृत लवइ, यम देवता पाणी वहह । सात समुद्र माजणड करावइ, सात सात रसा' भारती उतारइ । विश्वकर्मा शृगार करावड, तेत्रीस कोटि देवता अास्थानि अोलग आवइ । गगा जमुना चमर ढालइ, तुबर गीत गावइ । सरस्वती वीणा वावइ, रमा नाचइ, वृहस्पति पुस्तक वाचइ । इन्द्रमाली, ब्रह्मा पुरोहित । जीमूत रिषि छोरू खेलावइ । कामदेव कटारउ बाधइ, वासुगि खटि पहुरउ दीयइ । कुलिक उपकुलिक बेउ पाउ उलालइ, अर्द्ध प्रहर श्रीखड घसह । वैश्वानर वस्त्र पखालइ, चाउँडा तलारड करइ । विधात्रा कोद्रवा दलइ, गणेस गर्दभा चारइ। पाठान्तर १. सातरिनी • श्राम्बानि ३ वाजट ४ विहि ५ विनायक
SR No.010755
Book TitleSabha Shrungar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta
PublisherNagri Pracharini Sabha Kashi
Publication Year1963
Total Pages413
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy