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________________ आ बधी घटनाओ विस्तारपूर्वक जयसिंहना उवि०मां अपायेली, जेनी रूपरेखा तेणे धवि०मां आपी छे. वह०मां तथा दिगंबर परंपरामां (उपु०, वृ० को०, मपु० अने कको०मां सनत्कुमारनें केवल मुनिचरित्र आपेलं होईने आ बोजो घटक खूटे छे.) उपलब्धमा प्रथम वार आपणने अम० मां आ बीजा घटक वाळो वृत्तांत विगते मळे छे. उत्तरकालीन सनत्कुमार चरित्रो आ बीजा घटक परत्वे घणुखरुं चम० नां ज उपजीवी छे. उवृ० ए तो चमनुं सनत्कुमारचरित्र आखु ने आखू उठावी लोधु होईने आ बीजो घटक पण तेमांथो ज अक्षरशः लीधेलो छे. मात्र असिताक्ष यक्ष साथेनुं युद्ध, इंद्रे करावेलो सनत्कुमारनो अभिषेक वगेरे जेवी केटलीक वीगतो बीजेथी लीधेली छे. आकोवृ० मां आ बीजो घटक बहु ज संक्षेपमां-३४ जेटली गाथामां अपायो छे, अने तेमां पण अश्वापहार पछीनी घटनाओनो सहेजसाज ज स्पर्श करेलो छे. छतां पण केटलीक गाथाओ सोधी ज चम०माथी लीधेली छे. हम०ए पण चम० ना गद्यने गाथामां ढाळ्यु छे, ब्यारे हने०मां ए ज सामग्रोनो काव्यत्व वाळो रचना करवामां उपयोग थयो छे. हनेमां सुनंदा सानो हस्तिनापुरना उद्यानमांनो प्रणयप्रसंग अने सनत्कुमारेनुं विद्याधरचक्रवर्ती बनवू एटलो हरिभद्रनो उमेरो छे. वळी सनत्कुमारना पूर्वभवनी वात चन्द्रवेगनो कंचुकी नहीं, पण चन्द्रवेग पोते ज करतो होवानुं निरूपण छे. त्रिश० कथानक माटे पूर्ववर्ती परंपराने ज अनुसरे छे. महेन्द्रसिंहना भ्रमणवृत्तांतमा जेम चम०ए षड्ऋतुवर्णन आपेलुं छे, तेम त्रिश. पण ते आपे छे. मात्र तेमां पूर्वभवनो वृत्तांत वच्चेथी खसेडीने सोनी आगळ गोठवी दीघेलो छे. उदो०मां वीजा घटक वाळो वृत्तांत, टुंकावीने आपेलो छ, तथा पूर्व भवना वृत्तांतनो थोडोक स्थानफेर करेलो छे. संध्यावलिने माटे नैमित्तिो करेलं भाविकथन उवृ०ने अनुसरीने त्रिश० अने उदो०मां अपायुं छे. ... उवृ० भाइवहमस्स भज्जा होही । त्रिश० भर्ता ते भ्रातृवधको भावी । - उदो० भाइयवावायगो परो होही । एक घणो सूचक विगत ए छे के सनत्कुमारना पितानुं नाम उपु०मां अनंतवीर्य छे, वहि० मां, उवृ० मां, हम ० अने हने० मां तथा त्रिश०मां अश्वसेन (आससेण) छे, ज्यारे को०, चम०, आकोवृ० अने उदो०मा विश्वसेन (वीससेण) छे. वळी बीजी वीगतमां पण विविध रचनाओमां थोडोक फरक मळे छे : सनत्कुमारे
SR No.010685
Book TitleSantukumar Chariya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorH C Bhayani, Madhusudan Modi
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year1974
Total Pages197
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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