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________________ Pandit Jugal Kishor Mukhtar "Yugveer" Personality and Achievements युगों-युगों तक याद करेगा। उनका व्यक्तित्व नारिकेल-सम था, वे सामाजिक दायित्व की रक्षा हेतु कड़े से कड़ा कदम उठाने के लिये तैयार रहते थे। उनके व्यक्तित्व में जो कठोरता थी, वह स्वभावजन्य न होकर सिद्धांतजन्य थी । अपनी राष्ट्रीय भावना के कारण वे सदा-सदा स्मरण किये जाते रहेंगे। सन्दर्भ 42 1. मेरी भावना, पद्य 10 2 युगवीर निबधावली, प्रथम खण्ड पृष्ठ 429-430 3 डॉ नेमीचंद शास्त्री, पं जुगलकिशोर मुख्तार कृतित्व और व्यक्तित्व पृ. 80 4 वही - पृ 23 5 धनिक संबोधन, कविता पद्य 4 6 मेरी भावना, पद्य 5 7. युगवीर निबंधावली, प्रथम खण्ड P 213 8 विस्तृत विवरण के लिए मेरी 'स्वराज्य और जैन महिलायें, पुस्तक देखें' 9 विस्तृत विवरण के लिए 'अमर जैन शहीद' देखें, 10. विस्तृत विवरण के लिए जैन गजट में प्रकाशित आलेख संविधान सभा में जैन (17 सित 1998 ) 11. विस्तृत विवरण के लिए जैन गजट (12 फरवरी, 1998) 12 मेरी भावना पद्म 10 13 युगवीर निबंधावली, प्रथम खण्ड पृष्ठ 5 14. युगवीर निबंधावली, प्रथम खण्ड P429 15. मेरी भावना, पद्य 4 16. मेरी भावना, पद्य 7 17. पं जुगल किशोर मुख्तार कृतित्व एवं व्यक्तित्व P 80 18 युगवीर निबंधावली- प्रथम खण्ड P 206 19. युगवीर निबंधावली- प्रथम खण्ड वही P 207 20. युगवीर निबंधावली- प्रथम खण्ड वही P 207
SR No.010670
Book TitleJugalkishor Mukhtar Vyaktitva evam Krutitva
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShitalchandra Jain, Rushabhchand Jain, Shobhalal Jain
PublisherDigambar Jain Samaj
Publication Year2003
Total Pages374
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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