SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 24
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Pandit Jugal Kishor Mukhtar "Yugveer" Personality and Achievements गया जिसे प० गुलाब चन्द्र 'पुष्प' के द्वारा विधि विधान से सम्पन्न कराया। इसी बीच श्री मन्दिर जी के बराबर में एक अतिथि भवन का निर्माण भी हो चुका था। यह भवन बहुत छोटा था इस कारण से बराबर में समाज ने और जगह लेकर तीन मंजिल का अतिथि भवन जिसमें 10-10 कमरे सुव्यवस्थित ढंग से बनाये गये । जिसके बनाने में समाज के प्रधान तथा कर्मठ कार्यकर्ता श्री महेन्द्र कुमार जी का विशेष योगदान रहा। मैं संस्थापक सदस्य से लेकर आज तक श्री मन्दिर जी की सभी गतिविधियों में सक्रिय रूप से जुड़ा रहा। इस प्रकार से यमुनापार में कृष्णा नगर दिगम्बर जैन मंदिर का एक विशेष स्थान है। X श्री मन्दिर जी के चमत्कार का ही प्रभाव था कि श्री मन्दिर जी की दो प्रतिमायें कृष्णा नगर मन्दिर से चोरी हो गयी थी जो चमत्कारिक ढंग से बरामद हो गई यहाँ पर करीब पचास-साठ पुजारी प्रतिदिन पूजा करते हैं तथा अनेकों विधान समय-समय पर किये जाते है। भवदीय चन्द्रप्रकाश जैन महामन्त्री जैन समाज कृष्णा नगर नोट : परम पूज्य उपाध्याय श्री 108 ज्ञानसागरजी महाराज की प्रेरणा से कृष्णा नगर जैन समाज की ओर से यह शास्त्र छपवा कर भेंट किया।
SR No.010670
Book TitleJugalkishor Mukhtar Vyaktitva evam Krutitva
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShitalchandra Jain, Rushabhchand Jain, Shobhalal Jain
PublisherDigambar Jain Samaj
Publication Year2003
Total Pages374
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy