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क्षपणासार
[गाथा ७६
--एककम उत्कर्षण-अपकर्षण भागहार---
चित्र नं.४
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पूर्वस्पर्धकोका शेपद्रव्य एककम उत्कर्षण-अपयर्पण भागहारप्रमारण
चित्र न० २ का उपरिभाग उलटकर रखा गया है।
-.-डेढगरणहानि.-
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पूर्वम्पर्धक पूर्वस्पर्धक पूर्वम्पर्धक पूर्वस्पर्धक
१म स्पर्षक १ स्पर्षक १ स्पर्धक १अ स्पर्धक एकाकम उत्तपंण-अपार्पणभागहार (५-१)
प्रमाण अपूर्वस्पर्धक जब तक इन अपूर्वस्पर्धको में अपूर्वस्पर्वकोको वर्गणाओं में वर्गणाविशेप (वर्गणा घय) न मिलाये जावें तबतक इन अपूर्वस्वकोका गोपुच्छाकार नहीं हो सकता । इस