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________________ विषय ६२ सप्ततिकाप्रकरण गाथा उक्त सत्त्वस्थानोंकी विशेषताओंका ज्ञापक कोष्ठक १४ सूल कर्मोंके बन्ध, उदय और सत्त्वस्थानोंके संवेधका निर्देग उक्त विशेषताओंका ज्ञापक कोष्ठक १ मूल कर्मों के जीवस्थानों में संवेध भंग १८-२१ उक्त विशेषताओंका जापक कोष्ठक ५ मूल कर्मोंके गुणस्थानों में संवेध भंग , २२-२४ उक्त विशेषताका ज्ञापक कोष्ठक २५ ६ ज्ञानावरण और अन्तराय कर्मके सवेध भंग २५-२७ -कोष्ठक २७ ज्ञानावरण और अन्तराय कर्मोंके सवेध मंगोंका काल २७-२८ ७ दर्शनावरण कर्मके बन्ध, उदय और सत्त्वस्थान २८-३२ ८-९ दर्शनावरण कर्मके संवैध भग ३२-३५ -कोष्ठक ३६ दर्शनावरण कर्मके संवेध भंगोके विषयमें मत मेदकी चर्चा ९ वेदनीय, आयु और गोत्र कर्मके संवेध भंगोंकी प्रतिज्ञा चेदनीय कर्मके संवेघ भंग ४०-४१
SR No.010639
Book TitleSaptatikaprakaran
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages487
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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