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________________ १४२ के द्वारा अपने शरीर को कृश कर लिया था और अब अनशन कर रहे हैं। ___ कुछ लोगो का ख्याल है कि अनशन एक प्रकार की आत्महत्या ही है । पर देश सुरक्षा के लिए किये जाने वाले आवश्यक बलिदान यदि. आत्महत्या नहीं है तो आत्मशाति के लिए किया जाने वाला अनशन प्रात्महत्या कैसे हो सकता है ? आजकल लोगो ने अनशन शब्द को बहुत सस्ता कर दिया है। छोटी-छोटी बातो को लेकर आमरण अनशन कर देते हैं। इसीलिए लोगो को उसमे आत्म-शुद्धि की सुगन्ध नही पाती। वर्तमान युग मे अनशन का अचूक शस्त्र के रूप मे प्रयोग करने वाले महात्मा गाधी भी शायद आज उसका स्वरूप देखकर कुछ चिन्तित ही होगे। इन सबके अतिरिक्त उन्होने गणतन्त्र भूदान तथा भारत की नैतिक स्थिति के बारे मे भी अनेक प्रश्न पूछे । इस छोटे से गाव मे इन महत्त्वपूर्ण प्रश्नो पर विचार करने वालो का मिल जाना देश के प्रजातात्रिक ढाचे के विकास का ही परिणाम है । साथ ही सतों से प्रश्न पूछने के पीछे उनके ये ही विचार काम करते है कि सत हमे सही स्थिति ही बतलाएगे । हमे भी इन सब प्रश्नोत्तरो को सुनकर अच्छा आनन्द पाया।
SR No.010636
Book TitleJan Jan ke Bich Acharya Shri Tulsi Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHansraj Baccharaj Nahta
PublisherMeghraj Sanchiyalal Nahta
Publication Year
Total Pages233
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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