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________________ (६८० ) ३४०, ३४१, ३४३, ३४६, ३५४, नकुलपिता गृहपति १८४ । ४१२-४१८, ४५२, ६३९ नग्ग जि (नग्नजित्) २८७ 'धातुकथा की अट्ठकथा ५३८, ५४३ नगर विन्देय्य-सुत्त ९९, १५८ धातुकथा योजना ५४३ नगई (एम०) ३१०, ३१२, ३१३, धातुकथा टीका वण्णना ५४३ ३२८ धातुकथा अनुटीका वण्णना ५४३ नच्च जातक ६३५ धातुकायपाद ११५, ३५३, ३५४, ३५७ नन्द १६६, १८४, २२६, २२९, २४८, धातूगर्भ ५२. बानुपाठ ६०८, ६१०, ६११ नन्दा १८४ धात्वत्थदीपनी ६११ नन्दक १८२ धातुमाला ६११ नन्दकोवाद-सुत्त ९८,१५८ धातुमंजूमा (कच्चान व्याकरण को) नन्दमाणव २४१ ६०७, ८१०, ६११ नन्द-वग्ग २२७ धातु-यमक ४५० नदुख-न सुख ४०१,४०२,४०३, ४०४ धातु-यमक-पट्ठान ४८१ न दुख-न सुख को वेदना ४०५ धातु-विभाग ३९७ नदी काश्यप ३२५ धातु-विभंग ३४०, ३४२, ३४३, नयलक्खण विभावनी ६१३ ३९७, ४०३-४०४ नरपति सियु (बरमीराजा) ६११ धातुविभंग-सुत्त १५८, ५०० नरक के आठ प्रकार ५९७ धातुवादी १८३ नरक-लोक ४४१ धातु विवष्ण पेनद थु २४६ नरयुत्तिसंगह ६४२ धातुसूची ६११ नलपान जातक २८८ धातुसेन (सिंहल का राजा) ५५०, नलकपान १५४, १९६ नलकपानक-सुत्त ९५, १५४ धातु-संयुत्त ९९, १६५, ३४८, ३५७ नलातधातुवण्णना ५८१ धोरेन्द्र वर्मा (घा) ७२ नलाटधातुवंस ५४४ घृतंग ४९१ नवक-निपात १०१ १७८ धुतंग-निद्देसो ५१७-५१८ नवटी ५०८ ध्रुव-आत्मवाद ४४४ नव विमलवुद्धि (अभिधम्मपणरसट्रान) धूमाकारि जातक २८६ घोतक (माणव) २४३ नवमेकरो (लोकदीपसार) ५८० । धोतकमाणव-पुच्छा २४१, २४३ नवमोग्गल्लान (अभिधानप्पदीपिका के धोमसाख जातक २८७ रचयिता) ५७९ ६१६ धौली (अभिलेख, कटक के पास) नवांग बुद्ध-वचन १०४ ५, ६१८, ६२३ नवंगजिनसासनं १०४ नवनीतटीका ११०, ३५० ५३३, ४५४ नन्द ३०६,५६२ नकुलमाता गृहपति १८५ नवांग (बुद्ध-वचन) ७८
SR No.010624
Book TitlePali Sahitya ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBharatsinh Upadhyaya
PublisherHindi Sahitya Sammelan Prayag
Publication Year2008
Total Pages760
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
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