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________________ संगहवार ( संग्रह - खंड --- सम्पूर्ण ग्रन्थ की समष्टिगत विषय - सूची ) उद्देसवार (विषय-वस्तु का संक्षिप्त कथन ) यथा १. १६ हार ( ४६७ ) नेत्तिपकरण 1 २. ५ नय ३. १८ मूलपद विभागवार (विभाग - खंड -- समष्टि गत दी हुई विषय सूची का विभिन्न वर्गीकरणों में विभाजन ) निवार ( उद्देस्वार में संक्षिप्त रूप से निर्दिष्ट १६ हारों, ५ नयों तथा १८ मूलपदों की परिभाषाएँ) पटिनिसवार (उद्देसवार निर्दिष्ट १६ हारो ५ नयों, तथा १८ मूल पदों की विस्तृत व्याख्याएँ, इन चार वर्गीकरणों में विभक्त, यथा, १. हार - विभंग ( हारों का अलगअलग वर्गीकरणकरके उनका विवेचन ) २. हार - सम्पात ( हारों का समष्टिगत विवेचन ) ३. नय-समुट्ठान (नयों का विवेचन ) एवं ४. सासन-पठान ( बुद्ध-शासन १८ मूलपदों का विवेचन ) इस तालिका से स्पष्ट है कि नेत्ति-पकरण का विषय १६ हार (गुंथे हुए विषयों की मालाएँ), ५ नय ( तात्पर्य - निर्णय करने की युक्तियाँ) और १८ मूल पदों (मुख्य नैतिक विषयों) का विवेचन करना ही है । अधिक विस्तार में न जाकर यहाँ इन तीनों वर्गीकरणों में निर्दिष्ट तत्वों का नाम - परिगणन मात्र कर देना ही
SR No.010624
Book TitlePali Sahitya ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBharatsinh Upadhyaya
PublisherHindi Sahitya Sammelan Prayag
Publication Year2008
Total Pages760
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
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