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________________ ( ४१९ ) एक - एक प्रकार के व्यक्तियों का वर्गीकरण १ कौनसा व्यक्ति पृथग्जन' (पुथुज्जनो - प्राकृत मनुष्य - सांसारिक मनुष्य ) जिसके प्रथम तीन संयोजन ( मानसिक बन्धन) प्रहीण नही हुए और न जो उनके प्रहीण करने के मार्ग में ही संलग्न है, वही व्यक्ति 'पृथग्जन' है । २. कौन सा व्यक्ति अनागामी है ? जो व्यक्ति प्रथम पाँच संयोजनों का विनाश करने के बाद किसी उच्चतर लोक में जन्म लेता है जहाँ उसकी निर्वाण प्राप्ति निश्चित हो जाती है और जहाँ से वह लौटकर फिर इस लोक में नहीं होता, वही व्यक्ति अनागामी है । दो-दो प्रकार के व्यक्तियों का वर्गीकरण १. कौन सा व्यक्ति भीतरी संयोजनों से बँधा हुआ है ? जिसके प्रथम पाँच संयोजन अभी नष्ट नहीं हुए, वही व्यक्ति भीतरी संयोजनों से बंधा हुआ है । २. कौन सा व्यक्ति बाहरी संयोजनों से बंधा हुआ है ? जिसके अंतिम पाँच संयोजन अभी नष्ट नही हुए, वही व्यक्ति बाहरी संयोजनों से बंधा हुआ है । तीन-तीन प्रकार के व्यक्तियों का वर्गीकरण 2. कोन सा व्यक्ति काम-वासना संबंधी आसक्ति और भव-वामना संबंधी आसक्ति से विमुक्त नहीं है ? स्रोत आपन्न और सकृदागामी, ये दो व्यक्ति काम वासना संबंधी आसक्ति और भव-वासना संबंधी आसक्ति से विमुक्त नहीं हूँ । २. कौन सा व्यक्ति काम-वासना संबंधी आसक्ति से विमुक्त है, किन्तु भव-वासना सवयी आसक्ति मे विमुक्त नही है ? अनागामो -- यह व्यक्ति काम वासना संबंधी आसक्ति से विमुक्त है, किन्तु भव-वासना संबंधी आसक्ति से विमुक्त नहीं है ।
SR No.010624
Book TitlePali Sahitya ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBharatsinh Upadhyaya
PublisherHindi Sahitya Sammelan Prayag
Publication Year2008
Total Pages760
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
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