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________________ एक स्कन्ध, एक आयतन और एक धातु में वे सम्मिलित हैं । (५) (अ) कितने स्कन्धों, आयतनों और धातुओं में वे धर्म सम्मिलित नहीं हैं जो अन्य धर्मों के साथ उन्हीं स्कन्ध, आयतन और धातुओं में अ-सम्मिलित है जो पुनः उन्हीं धर्मों के साथ उनमें (स्कन्ध, आयतन और धातुओं में) असम्मिलित हैं ? एक स्कन्ध, एक आयतन और सात धातुओं में वे अ-सम्मिलित है। (६) (अ) कितने स्कन्धों, आयतनों और धातुओं के साथ रूम-स्कन्ध संयुक्त हैं ? किसी के साथ नहीं (क्योंकि स्वयं अपने माथ वह संयुक्त हो नहीं सकता और अन्य धर्म मानसिक है) (आ) कितने स्कन्धों, आयतनों और धातुओं के साथ रूप-स्कन्ध संयुक्त नहीं है ? चार स्कन्ध, एक आयतन और सात धातुओं के साथ वह संयुक्त नहीं है (७) (अ) कितने स्कन्धों, आयतनों और धातुओं से वे धर्म वियक्त हैं, जो उन धर्मों से, जो अन्य धर्मों के साथ संयुक्त है, वियुक्त है ? चार स्कन्धों, एक आयतन और सात धातुओं मे वे वियुक्त है, अंशतः एक आयतन और एक धातु से भी । (८) (अ) कितने स्कन्धों, आयतनों और धातुओं से वे धर्म मंयुक्त हैं, जो उन धर्मों से जो रूप-स्कन्ध से वियुक्त हैं, संयुक्त है ? किसी से नहीं। (९) (अ) कितने स्कन्धों, आयतनों और धातुओं से वे धर्म संयक्त है, जो उन धर्मों से जो वेदना-स्कन्ध, संज्ञा-स्कन्ध, संस्कार-म्कन्ध मे सयक्त हैं, मंयुक्त हैं ? ___ तीन स्कन्धों, एक आयतन और सात धातुओं से वे संयुक्त हैं, अंगतः एक आयतन और एक धातु से भी । (१०) (अ) कितने स्कन्धों, आयतनों और धातुओं मे वे धर्म वियक्त हैं, जो उन धर्मों से जो रूप-स्कन्ध से वियुक्त हैं, वियुवत है ?
SR No.010624
Book TitlePali Sahitya ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBharatsinh Upadhyaya
PublisherHindi Sahitya Sammelan Prayag
Publication Year2008
Total Pages760
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
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