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________________ ( ३७२ ) आ. जिन धम्मों के हेतु 'भावना' के द्वारा नष्ट नहीं किये जा सकते । -(न भावनाय पहातब्ब हेतुका) ८७. अ., जिन धम्मों के साथ 'वितर्क' संलग्न है--(सवितक्का) __आ. जिन धम्मों के साथ 'वितर्क' संलग्न नहीं है- (अवितक्का) ८८. अ. जिन धम्मों के साथ 'विचार' संलग्न है (सविचारा) आ. जिन धम्मों के साथ 'विचार' संलग्न नहीं है--(अविचारा) ८९. आ. जिन धम्मों के साथ 'प्रीति' संलग्न है—(सप्पीतिका) आ. जिन धम्मों के साथ 'प्रीति' संलग्न नहीं है--(अप्पीतिका) ९०. अ. जो धम्म 'प्रीति' के सहचर हैं-(पीतिसहगता) आ. जो धम्म 'प्रीति' के सहचर नहीं हैं--(न-पीतिसहगता) ९१. अ. जो धम्म 'मुख' के सहचर हैं--(सुखसहगता) आ. जो धम्म 'सुख' के सहचर नहीं हैं--(न सुखसहगता) ९२. अ. जो धम्म 'उपेक्षा' के सहचर हैं--(उपेक्खासहचरा) आ. जो धम्म 'उपेक्षा' के सहचर नहीं है-(न उपेक्खासहचरा) ९३. अ. जिन धम्मों का सम्बन्ध कामनाओं के लोक (कामावचर) से है-- (कामावचरा) आ. जिन धम्मों का सम्बन्ध कामनाओं के लोक (कामावचर) से नहीं है -(न-कामावचरा) ९४. अ. जिन धम्मों का सम्बन्ध रूप-लोक (रूपावचर) से है-(रूपावचरा) आ. जिन धम्मों का सम्बन्ध रूप-लोक (रूपावचर) से नहीं है-(न रूपावचरा) ९५. अ. जिन धम्मों का सम्बन्ध अरूप-लोक से है-(अरूपावचरा) आ. जिन धम्मों का सम्बन्ध अरूप-लोक से नहीं है-(न-अरूपावचरा) ९६. अ. जो धम्म आवागमन के चक्र में निहित हैं-(परियापन्ना) आ. जो धम्म आवागमन के चक्र में निहित नहीं हैं- (अपरियापन्ना) ९७. अ. जो धम्म निर्वाण की प्राप्ति कराने वाले हैं--(निय्यानिका) आ. जो धम्म निर्वाण की प्राप्ति कराने वाले नहीं हैं--(अनिय्यानिका) ९८ .अ. जिन धम्मों के परिणाम सुनिश्चित हैं-(नियता) ___ आ. जिन धम्मों के परिणाम मुनिश्चित नहीं हैं--(अनियता)
SR No.010624
Book TitlePali Sahitya ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBharatsinh Upadhyaya
PublisherHindi Sahitya Sammelan Prayag
Publication Year2008
Total Pages760
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
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