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राजस्थाज पुरातन छात्थ माला
राजस्थान राज्य द्वारा प्रकाशित मामान्यत: अखिल भारतीय तथा विशेपत राजस्थानदेशीय पुरातनकालोन सस्कृत, प्राकृत, अपभ्रश, राजस्थानी, हिन्दी आदि भाषानिबद्ध
विविध वाङ्मयप्रकाशिनी विशिष्ट गन्थावली
प्रधान सम्पादक पद्मश्री जिनविजय मुनि, पुरातत्त्वाचार्य सम्मान्य संचालक, राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर ; ऑनरेरि मेम्वर श्रॉफ जर्मन ओरिएन्टल सोसाइटी, जर्मनी, निवृत्त सम्मान्य नियामक (यॉनरेरि डायरेक्टर ), भारतीय विद्याभवन, वम्बई, प्रधान सम्पादक,
सिंघी जैन ग्रन्थमाला, इत्यादि
ग्रन्थाङ्क ७२
PART
मुंहता नैवासीरी ख्यात
EPAL
भाग ३
प्रकायाक
राम्यान राण्यानानुसार नचालक. राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान
जोधपुर ( राजस्थान )