SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 277
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ . राजस्थान पुरातत्त्वान्वेषण मन्दिर-हस्तलिखित ग्रन्थ सूची, भाग-२, २४- जैनप्रकरण ] - क्रमाङ्क | ग्रन्थाङ्क ग्रन्थ नाम कर्ता आदि ज्ञातव्य [२६७ विशेष उल्लेखनीय लिपि समय | पत्र संख्या १८ १०१ ५२८७ १०२ । ७३३६ ६०५० ७१६६ ७१६६ भक्तामरपूजापद्धति भगवत्यङ्गबीजक भद्रबाहुसंहिता भंवभावना (मूल) १९वीं १७वीं १९वीं १५९८ १७वीं संस्कृत प्राकृत संस्कृत प्राकृत श्रीहेमचंद्रसूरि हेमचन्द्रसूरि मलधारी ७२८५ ७३२० भवभावना (मूल) भवभावनामूलप्रकरण १८६७ २५ " प्राकृत ,, अन्तिम पत्र अपेक्षाकृत नवीन है, उसी पर उक्त संवत् लिखा है, किन्तु मूल प्रति इससे पूर्वको प्रतीत होती है प्राकृत १७वीं " १०८ | ७२५२ । भवभावनासूत्रप्रकरण ७२७३ (२) भववैराग्यशतक ११० | ५४१८ (६)| भवसिन्धुचतुर्दशी १११ | ४०८५ | मङ्गलकलशचोपाई " रूपचन्द्र लक्ष्मीहर्ष १९वीं १८१६ ११२ | ५१२० | मङ्गलकलश तथा द्वितीयवाचना | मं. कनकसोम १७वीं ६६-६७ हिन्दी २७ | * अ.प्रा., लि. स्था. खींवसर ग्राम, रचनाकाल १७१६, स्था.-काकंदीनगर १० . द्वितीयवाचना पत्र १-५ तक में लिखित है, मङ्गलकलशका र.का. १६४६ है, उक्त दोनों ही प्रतियां अपूर्ण हैं १३८-१८१, | संस्कृत, अपूर्ण १८४-२५८ ११३ | ५३०१ | महापुराणसंग्रह . गुणभद्राचार्य १९वीं
SR No.010608
Book TitleHastlikhit Granth Suchi Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGopalnarayan Bahura
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1960
Total Pages403
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy