SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 168
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ राजस्थान पुरातत्त्वान्वेषण मन्दिर-हस्तलिखित ग्रंथ सूची, भाग-२; २०-राजस्थानी ग्रन्थ] लिपि समय पत्र संख्या कर्ता आदि ज्ञातव्य कमाङ्क ग्रन्थ नाम ग्रन्थाङ्क विशेष उल्लेखनीय १८३७ १३-२६ / * पाटियों के नीचे नीति विषयक १८-२२ " १ / ७७५३ अंकपाटी (१-१५) २ ४६०७(१)/ अंकपाटी ३ / ४६१६(५)/ अंकपाटी ४ ४४५२ (५२) अंगफुरकणविचार ५ | ५८६३ । अञ्जनाचौपई (सचित्र) हीररतन १८७५ १८वीं १९वीं १०८वाँ ४३ | चित्र सं० ४३, प्रारम्भ के १० दूहे पुण्यसागर वाली प्रतियों से मिलते हैं ६.६५२५ अञ्जनाचौपई । १८६८ पुण्पसागर २४ | * सं० १६८७ में रचित । लिपि कर्ता ऋषि नोलचन्द, पीही ग्राम, ऊदावत राज्ये पुण्यसागर अन्तिम पत्र त्रुटित ४८१८ अंजनाचौपई | ४१६४(१)/ अंजनासतीरास | ४०४० अंजनारास ५०९३ अंजनासतीनो रास ४०३६ | अंजनासुन्दरीचौपई १७०२ १९२६ १८४६ १८वीं १६वीं भवनकोति भुवनकीति ७०४३ ४३१६ अंजनासुन्दरीचौपई (सचित्र) अजनासुन्दरीचौपई १४ | ७२१९ अञ्जनासुन्दरीचौपई १५ ६३६२ | अञ्जनासुन्दरीरास १६ । ५२०२(१)| अकबरनामा १८६१ १८वीं १८५० १८६५ अपर नाम पवनंजयप्रिया | अंजनासुंदरी हनुमंत चरित्र ३४ चित्र सं० ४० १४ लि.क. प्रार्या हीरां बीकानेर में लिखित २५ पोरबंदर में लिखित । वाई सफर पठनार्थ पुण्यसागर ४-८७ ( जयपुर में लिखित ... ... १८८५ nia
SR No.010608
Book TitleHastlikhit Granth Suchi Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGopalnarayan Bahura
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1960
Total Pages403
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy