SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 78
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ (८) योग क्रमांक ग्रन्थाङ्क पत्र ग्रन्थनाम कर्ता भापा लिपिसमय | संख्या विशेप गोरक्ष सस्कृत १६वीं श. ६ ७६३ गोरक्षशतक (योगशास्त्र) | ८५२ | योगवासिष्ठसार पद्यानुवादसहित मू० वसिष्ठ । , १८वीं श अनु० कवीन्द्रसरस्वती (१) ब्रज ३० । पद्यानुवाद रचना मं०१७१४, अन्त्य | (३१ वॉ) पत्र | अप्राप्त । पत्तन मे लिखित। हेमचन्द्र or | ३४३३ | योगशास्त्र प्रकाश चतुष्टय ६४१ योगशास्त्रवालावबोध | मेरुसुन्दर राज० गू०१६वीं श. ६७ ६ ६४२ योगशास्त्रवालावबोध ३०३२ | योगशास्त्रवालाववोध | १०६६ | योगसार सस्तवक ८ | ११७३ | योगसूत्र सटीक , , १६वीं श.y !, १६वीं श ४८ मू० योगेन्द्रदेव अपभ्रश १८६४ ११ राधनपुर नगर मे स्त० लिखित । राज० गू० मू० भगवान् । सस्कृत १८वीं श ४६ पतंजलि, टीका भोजदेव आत्माराम , १८७६ १२ आत्माराम , १६वीं श १-११ जीर्णप्रति । अवतीपुरी मे आत्माराम १७०६ लिखित । | ७६४ हठप्रदीपिका | १८०२ हठप्रदीपिका (१) ११ | ३०१३ | हठप्रदीपिका योगीन्द्र
SR No.010607
Book TitleHastlikhit Granth Suchi Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinvijay
PublisherRajasthan Puratattvanveshan Mandir
Publication Year1956
Total Pages337
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy