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________________ · इतिहास ( ख्यातवातादि) २३५ - - - - - - - क्रमांक ग्रन्थाङ्क प्रन्थनाम कर्ता | भाषा लिपि- समय पत्रसंख्या विशेष राज० __३५ ३३४१ मुहता नेणसीरी ख्यात | अष्ठम भाग ३६ | ३३४१ मुहता नेणसीरी ख्यात नवम भाग ७०१से पत्र ७३०, ७३६, ७५४, ७५५, ७५७, ७५६, ७६६, ७६६ तथा ७७१ वां अप्राप्त । जीर्ण पत्र। भाग १ से ८ तक के अक विकल पत्रों का संग्रह है। जीर्ण पत्र । १६वीं श. ६१-६२] ।, ३७ : ३५५० मेडता आदि की ऐति हासिक हकीकत દરરે यदुवंश वशावली रतनुहमीर २८३२ राजकीय हिसाव की विगत १८३२ राजानराजावतरो वातवरणाव ३५४६ राठोडारी वंसावली | १८१५ / १६ । सं० १७८० में रचित। | १७७४ /28-६८/ गुटका। ' ४-१५ | रामदासजीरी वात , ,१६८ १७० पीपलीया ग्राम में १८२६ | १५६- लिखित। १६१ १६वीं श. १६३ १६८ ५१-६५ गुढा में लिखित । लाखा फुलाणीरी वात विरमदे सोनीगरारी वात ३५५६ वीमासोरठारीवात दूहा ३५६२ | वीझासोरठारी वारता (१३) २८६३ वृद्धगुर्वावलि (१२३) , | १९७० २-११६ हीरकलश रागू०/ १६१९ / १७८से | झमेऊ ग्राम में १८२ | रचित और कर्ता द्वारा लिखित। , १८वीं श. ३-१६ जीर्ण पत्र । ४८ ३५४८ वैहलीमरी वात
SR No.010607
Book TitleHastlikhit Granth Suchi Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinvijay
PublisherRajasthan Puratattvanveshan Mandir
Publication Year1956
Total Pages337
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size12 MB
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