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________________ इतिहास ( ख्यातवातादि) [ २३३ - - - - - - - - - - - क्रमांक अन्याङ्क प्रन्थनाम कर्त्ता लिपि- । पत्रसमय | सख्या विशेष गिंदोलीरीवात राज राज० १८वीं श. १-११ हीरकलश ११ ३५६२ / नींदोलीगणगोर की वारता १२ / २८६३ | गुरुपरपरा गुर्वावली (१२१) १३ ३२१२ गुर्वावली सटीक , २०वीं श. १५६-- १६१ रागू० १७वीं श. १७६ १७७ मूप्रा० १७३२ १६ । उदयपुर में लिखित । ३५४६ / चित्तोड़ अजमेर जोध राज० १६वीं श. १२३(१७) पुर आदि की ऐतिहा १२५ सिक हकीकत चौबीस साखना कवित (२६) ३५४६ छत्रीस राजकुलनाम (११) २८९३. | छीतरनामक श्रावकाएक | विनयचन्द्र संस्कृत १७वीं श.१५६ वां (६०) ३५४६ जखगमुखरारी वारता राज० १९वीं श. १७(१३) ११३ ३५५४ जगदेवपरमाररी बात , १९२४ | ३२-४६ राणावास में (२१) लिखित। ३५५५ जैतसी उदावतरी वारता , १६वीं श. ६०-६५/ (१३) ११४४ | तेजपालव्यय वर्णन तथा ", " , ४८'या | नागोर चित्तोड़ादि के । ऐतिहासिक संवत | वट्टावली सटीक त्रिपाठ | मूधर्मसागर प्रा० | १७१५ | १३ | भृगुकच्छ में लिखित । ३५४६ | परमारजगदेवरी वारता राज० १६वीं श.६७-१८ (१२) ३५५७ | पातसाह पातसाही | १७६१ / ७५-७७ | भोगवी तिरणी विगत ३५४६ | वरांरीया की ऐतिहा , १६वीं श १-२ (अन्त में) (२२) | सिक हकीकत १०२१
SR No.010607
Book TitleHastlikhit Granth Suchi Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinvijay
PublisherRajasthan Puratattvanveshan Mandir
Publication Year1956
Total Pages337
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size12 MB
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