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________________ [ २१० राजस्थान पुरातत्वान्वेषण मन्दिर क्रमांक प्रन्थाङ्क प्रन्थनाम कर्ता भापा / लिपि पत्रसमय । संख्या विशेष गुणसागर रा-गू० ६७२ | पृथ्वीचन्द्रकुमाररास प्रत्येकबुद्धचोपाई २१७८ प्रत्येकबुद्धचोपाई | समयसुन्दर १६७७ ३ सूरतबिंदिर में लिखित । , १८८७ ३१ सं० १६६४ में आगरा | में रचना। , १७वीं श. १० प्रथम और अंत्य(११) वां पत्र प्राप्त, रचना सं.१६६४। ७० १६वीं श. ६६-७०, | १८८२ प्रह्लादचरित्र रैदास गोपाल वहि० | १८४१ २६से४६ | गुटका । १८६१ प्रहादचरित्र प्रियमेलकचोपाई | ६७४ | प्रियमेलकचोपाई | समयसुन्दर २६३ | १८१२ प्रियमेलक चोपाई २६४ २०६७ । प्रियमेलक चोपाई र । १७वीं श. ४ । सं० १६७२ मेडता में रचना। सं० १६७२ में मेडता में रचना। अकबरा वाद में लिखित । १७१४ सं० १६७२ में मेड ता मे रचित। । १७७२ सं० १६७२ में मेडता नगर में रचना, पत्तन में लिखित । सं० १६७२ में मेडता मे रचित । हिन्दी १६वीं श.३३से३६ | रचना सं० १८४८ । २२०१ | प्रियमेलकचोपाई प्रीतिलता सवाई प्रतापसिंहजी | प्रेमपंथग्रन्थ " , , २४से२६ १०से१६ रचना सं० १८५१ ॥ प्रेमप्रकाश ६ | फागरंग | रचना स०१८४८ फागविहार बारामास नागरीदास ब्रहीमुहम्मद बाहि० १८६७१३-३५
SR No.010607
Book TitleHastlikhit Granth Suchi Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinvijay
PublisherRajasthan Puratattvanveshan Mandir
Publication Year1956
Total Pages337
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size12 MB
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