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________________ . १६६ ] राजस्थान पुरातत्वान्वेपण मन्दिर - - - - क्रमांक प्रन्या प्रन्यनाम । कर्ता भापा लिपि- पत्रसमय | संख्या - विशेष २५५३ श्रापाढाभूतिरास : बानसागर - रागू | १६०५ १६०- सं. १८३२ मे नागोर | १६४ में रचित । मेडता में लिखित। | १६७१।। ३ खेमराज १७वीं श ५ प्रथम पत्र अप्राप्त। १६वीं श.-६०-६१ जीर्णप्रति । ३६२० २०७२ ३५७३ श्रापाढाभूतिरास उग्दुपारी संधि इग्बुकारी संधि (२६) २१.३ इखुकारी संधि २२१७ | इग्बुकारी संधि खेम मुनि ६०४ इलाचीकुमाररास ज्ञानसागर १७वीं श. २ ।। १७६० १-३ किशनगढ में लिखित स०:१७४७ में उद यपुर मे रचित । | १७५६ - १७ संवत् १७२६ मे रचित । घोघावन्दर में लिखित । '.५/ सं. १८२१ शेषपुर - - इलाचीकुमाररास - में रचना। ६३ इलाचीकुमाररास " ।। १८२ इलाचीकुमाररास { इलाचीकुमाररास " ।। १७६ १५६६ लाचीकुमाररास ६१ : २३४५६इलाचीकुमाररास () ६२ ३०३१ लाची/माररास १७६८ १४ स. १७१६ मे शेप पुर मे रचना। शेपपुर-मे सम्बत् १७१४ मे रचना। १७-२२ स. १७२६ मे शेपपुर मंरचना पत्तन में लिखित । १७ मं. १७१६ शेपपुरी में रचना। १ध्वीं श. २०-२५ रचना सं० १७२१ मे शेपपुर मे। " वीं श ११ सं० १७१६ मे शेप ।पुर में रचित । नट पदनगर में लिखित । " । १८६५१८ बीजापुर मे लिखित । । मं. १७२५ मे पाटण मे रचित । " १७११ । १६ राजकोटनगर में लिखित। ६३ . ३२१६. उत्तमामाररास . जिनदर्ण ६१ . " ' पांवधियाइलो सेवक
SR No.010607
Book TitleHastlikhit Granth Suchi Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinvijay
PublisherRajasthan Puratattvanveshan Mandir
Publication Year1956
Total Pages337
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size12 MB
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