SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 19
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ हस्तलिखित ग्रन्थसंग्रह १३] लिपि क्रमांक प्रन्याक ग्रन्थनाम कर्ता भाषा पत्रसंख्या विशेष समय २६२ २६३ २६४ २६५ ७६६ | रामरक्षास्तोत्र सटीक महामुद्गलभट्ट | संस्कृत | १८३५ / २४ । भुजनगर में लिखित ७८३ रामरक्षा स्तोत्र सार्थ । विश्वामित्र १८३६ ७८५ रामरक्षा स्तोत्र सार्थ १८५६ | ५ ३०६ रामस्तवराजः | १९२० १३ सनत्कुमार संहितागत। ११४८ रामस्तवराज स्तोत्र १८वीं श. १से१७ " " | " " ब्रह्माण्डपुराणगत २६६ २७० १४२५ २६६५ ३२८२ ३६६० १८०६ रामहृदयस्तोत्र । रामाष्टक लक्ष्मीसूक्त लक्ष्मीस्तोत्र लघुशान्ति सटीक पद्मपुराणगत । १६वीं श. १ १६वीं श २४-२७ WI0y मू. मानदेवमूरि " २६१५ वक्रतुण्डस्तवराज १६वीं श. १-२ वक्रतुण्डस्तोत्र तथा अन्नपूर्णास्तोत्र वल्लभाष्टक | वेदव्यास १८१५ १६२५ २७१० १ ३रा मथुरा में लिखित । ३५७२ वल्लभाष्टक १६वीं श५६-६० ११०१ | वसुधारास्तोत्र | वसुधारास्तोत्र २६२४ ३५४ वागीश्वरीस्तोत्र वायुदेवस्तवव्याख्या विवेकधैर्याश्रयस्तोत्र १७वीं श. ७ १८८१ ४ मकसुदावाद वालो चर में लिखित । २०वीं श ७ सनत्कुमारसंहितागत । मू० तत्वदीपिकाचार्य | १९२५ | १० वॉ २७१० २०वीं श वॉ पत्र अप्राप्त १८वीं श. २८ विश्वनाथाष्टक तथा व्यास उपमन्यु शिवस्तोत्र विष्णुदिव्यसहस्रनाम'स्तोत्र विष्णुपंजरस्तोत्र २८४, ८३६ विष्णुपंजरस्तोत्र विष्णुपजरस्तोत्र ब्रह्माण्डपुराणगत १८४८ १८५६ १८२५ / १० वाँ २६०० ..... (३) ।
SR No.010607
Book TitleHastlikhit Granth Suchi Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinvijay
PublisherRajasthan Puratattvanveshan Mandir
Publication Year1956
Total Pages337
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy