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________________ १५८] राजस्थान पुरातत्त्रान्वेषण मन्दिर - - क्रमांक ग्रन्थाङ्क पत्र ग्रन्थनाम भाषा कर्ता लिपिसमय विशेष संख्या १६वीं ६६ | २२७२ नीतिप्रबोध खुमराम वहि० १६२३८ कृष्णगढ़ में लिखित। ६७ / २४६६ | नीतिशतक सटीक मू० भर्तृहरि सस्कृत १६वीं श. २१ टी० श्रीनाथ व्यास | ३६६३ नीतिशतक सटीक मू० भर्तृहरि । १८५६ | नीतिशतकादि शतकत्रय " ९८५६ | तक्षिकपुर में लिखित नीति श्रृंगार त्रैराग्यशतकत्रय नीति-श्रृंगार-वैराग्य १८२२ | रायपुर मे लिखित। शतकत्रय नीतिशृंगार-वैराग्य चित्रकूट में लिखित शतकत्रय नीतिशतक-शृगार , १६वीं श पत्र १,२,६,१६ शतक-वैराग्यशतक वां श्रप्राप्त, अपूर्ण। नीतिशृंगार-वैराग्य. , १८१२ ४५ । 150 श. शतक ३६६२ " नीतिशतक-श्रृंगारशतक वैराग्यशतक सस्तबक पद्मणीनोछंद स्तरा० १८६०, ६० | पाटोदाभौमका ग्राम वीरप्रगना मे लिखित। रा० १६वीं श ८५ वां ११२२ कीको ११२२ (३४) बारा० ,,| ३३-३५ १०८३६६८ पद्मिनी आदि स्त्री वर्णन पुराणाग पदिषोपदेशसार सार्थ पुरुपना कुत्रखांणछंद स०अ० ११ १३ । ममोई बिदर में रागू | लिखित । रा-गू० १६वीं श ८४ वां ११२२ १८३७ पुरुपनी७२ तथास्त्रीनी ६४ कला पुरुपप्रति स्त्री का लेख दूहा बन्ध पोथी प्रेम दूहा , १७वीं श १ रा० | १८७६ १६-३४ श्रामेर मे लिखित। १६वीं श. १ला | पोथी रक्षा प्रेम दूहा १८२६ | १५वां कटालिया में लिखित ।
SR No.010607
Book TitleHastlikhit Granth Suchi Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinvijay
PublisherRajasthan Puratattvanveshan Mandir
Publication Year1956
Total Pages337
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size12 MB
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