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________________ क्रमांक मन्थाङ्क 5දි ८७ ८८ ८६ - ग्रन्थनाम १ १५३६ नैषधीयचरित सटिप्पण ६२ ३६०६ नैषधीयचरितमहा ६४ २६ | नैषधीयचरितमहा काव्य ४०६ | नैषधीयचरितमहा काव्य १५२६ नैषधीयचरितमहा काव्य १६३७ | नैषधीयचरितमहा काव्य २६८२ | नैषधीयचरितमहाकाव्य प्रथम सर्ग टीका काव्य ६३ | ३६१० | नैषधीयचरितमहाकाव्य सटीक द्वितीय सर्ग त्रिपाठ ३६११ | नैषधीयचरितमहाकाव्य सटीक तृतीय सर्ग त्रिपाठ ६५ ३६११ | नैपधीयचरितमहाकाव्य सटीक त्रिपाठ ०३ ६६ | ३६१३ | नैषधीयचरितमहाकाव्य सटीक पंचम सर्ग त्रिपाठ ३६१४ | नैषधीयचरितमहा काव्य-नाटक चम्पू श्री कर्त्ता " " 19 नारायण श्रीहर्ष कवि मू० श्रीहर्ष मू० श्रीहर्ष टी० नारायण मू० श्रीहर्ष टी० नारायण मू० श्रीहर्ष टी० नारायण ० श्रीहर्ष टी० नारायण मू० श्री काव्य सटीक पष्ठ सर्ग टी० नारायण त्रिपाठ ६८ ३६१५ | नैषधीयचरितमहाकाव्य सप्तम सर्गे त्रिपाठ ६६ | ३६१६ | नैषधीयचरितमहाकाव्य | मू० श्रीहर्प टी० नारायण सटीक अष्टम सर्ग त्रिपाठ मू० श्रीहर्प टी० नारायण भाषा संस्कृत १६वीं श. १६वीं श. "" 29 19 " "" 99 "" "" 14 "" 31 "" लिपि - समय " १५०१ १६वीं श. १६वीं श १५१६ | १८५ १५वीं श १४५ A १८४७ ६२ "" १८८ १८५५ १८८६ पत्र संख्या १६वीं श. ५५ | १६वीं श ७८ १३७ १८ १६ २१ १५ २२ १८ १६ २३ विशेष [ १३३ सप्तम सर्ग पर्यन्त अन्त्य पत्र (७) अप्राप्त । सर्ग १५ पर्यन्त १६ पूर्ण भृगुपुर मे लिखित | वीरपुर मे लिखित | भट्टपुर में लिखित ।
SR No.010607
Book TitleHastlikhit Granth Suchi Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinvijay
PublisherRajasthan Puratattvanveshan Mandir
Publication Year1956
Total Pages337
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size12 MB
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