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________________ (१५) कामशास्त्र क्रमांक ग्रन्थाङ्क ग्रन्थनाम कर्ता विशेष समय कल्याण | १७०१ ७३७ | अनंगरंग १८७६ अनंगरंग अपूर्ण गुटका ७३६ पत्र १, २ नहीं है। कामसमूह कामसूत्र वात्स्यायन अपूर्ण प्रति है पर वात्स्यायन | " १६४५ २०४ २५ वां अप्राप्त । टीका जयमंगलानामक ब्रज १८वीं श २३७६ कामसूत्र सटीक | कोकसार चौपई २२६८ कोकसार चौपई कोकसार चौपई ३५६० | कोकसार चौपई आनन्दकवि श्रानन्दकवि आनन्दकवि १८६८ वालिम में लिखित गुटका पर्वतसर में लिखित । आनन्दकवि ब्रज हि. १७६५ | १-१८ १८११ | कोकसार चौपई १६०२ कोकसार चौपई आनन्दकवि | ब्रज हि १६वीं श आनन्दकवि ब्रज हि " (३) गुटका - १२ १८३८ कोकसार चौपई सस्तबकाम् आनन्दकवि ब्रज हि १६०० | कोकशास्त्र (भाषागद्य) कोकदेव राज. गू | १६१२ १४ ७३८ कोकशास्त्र (भाषागद्य) कोकदेव राज. गू १८१४ १५ १८३४ कोकशास्त्र नरबद राज. गू १८वीं श , १६ १८३३ | रतिप्रमोद जगन्नाथ राज १८५७ ५ मात्र १०वां प्रकार।। २२ , सं० १८२२ में जैसलमेर में रचित
SR No.010607
Book TitleHastlikhit Granth Suchi Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinvijay
PublisherRajasthan Puratattvanveshan Mandir
Publication Year1956
Total Pages337
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size12 MB
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