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गान प्रात्यविधाप्रतिष्ठान-विद्याभूपण-ग्रन्थ-संग्रह-सूची )
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ग्रन्थमाला
कर्ता
विशेष विवरण आदि
लिपिसमय | पनसंख्या
१८वी.श. ५७२-५७४
५७४वां
(७४) । (१५७) रज्जनजीके पद तगा सवैगे । रज्जब
(१५८) रज्जवजीको साती (१५६) रज्जवजी के सवैया ((१६०) जयजीका कवित्त छप्पय (१६१) ब्रह्मलीलाग्रन्थ ४३ छन्द । मोहनवास (१६२) मोहनजी के सर्वया ४ (१६३) मोहनजीके पद ५ (१६४) घडसीजीका पद १ . घउसीजी (१६५) भगतमाला ७२ छन्द
परसराम? (१६६) रज्जबजीको साखी २
रज्जन (१६७) विष्णुको चौबीससिद्धि २७ छन्द (१६८) गुरुउपदेशज्ञानप्रष्टफ ८ छन्द सुन्दरदास (१६९) गुरुदेवमहिमास्तोत्रअष्टाफ
५७४-५७५ ५७५-५७७ ५७७-५७८ ५७८वां ५७८-५७६ ५७६-५८२ | बड़े कामको पातु है। ५५२वां ५८२-५८३ ५८३-५८४
५८४वां
(१७०) सुन्दरदासजीका पद १ (१७१) वखनाजीका पर १
५८४,५८६ ५८४,५८५,
बखनाजी
माधोदासजी
५८५वां
(१७२) माधोदासजीको साखी १ (१७३) कबीरजोका पद १ (१७४) नानकजीका पद ४
कबीरजी
नानकजी
५८५-५८६