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________________ राजस्थान प्राच्यविद्याप्रतिष्ठान-विद्याभूषण-ग्रन्थ-संग्रह-सूची] . . विशेप विवरण आदि लिपिसमय । पत्रसंख्या कर्ता . ग्रन्थनाम क्रमात (६८) | (२४) ज्ञानझूलना-अष्टक (२५) रेखता १५ (२६) चिन्तावणी (२७) भतृहरिशतवैराग्यछन्दटोका .:: (पद्यानुवाद) (२८) धनमद-खण्उन (२६) कवित्तसंग्रह फवित्त २६ सुन्दरदास खैमदास हरिसिंघ भगवानदास निरञ्जनी १८४६४६६-४६८ ४६८-४७२ ४७२-४७५ ४७५-४८७ पूर्ण । ४८७-४६६ | यह भी भर्तृहरिके पद्योंका ही अनुवाद है। ४६६-५०५ दादू राघो गोपाल बालकराम रघुवा आदि खेमदास (३०) कवित्तसंग्रह पुनः . . ५०५-५३५ / राग मारूके ऊपर तक बराबर फवित्त शान्त रसके है। राघो फबीर जहानशाह अकबर सुखराम जैमल आदि | अन्तमें जैमलकृत रामरक्षास्तोत्र भी है। (३१) नवरत्न-कवित्त १० छप्पय (३२) शान्तरसके फवित्त ५३५-५३० ५३८-५४२ .
SR No.010606
Book TitleVidyabhushan Granth Sangraha Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGopalnarayan Bahura, Lakshminarayan Goswami
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1961
Total Pages225
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size9 MB
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