SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 173
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ [१५३ राजस्थान प्राच्यविद्याप्रतिष्ठान-विद्याभूपण-ग्रन्थ-संग्रह-सूची ] . कर्ता विशेष विवरण आदि .. क्रमाङ्क ....... ग्रन्थमाला.. | लिपिसमय पत्रसंख्या (७११) (२३) पन्नगपवाडो (नागदमण) सांइया झोला (२४) प्रारती. भगवानरी | ईसर . '(२५) रामरासो : ::.. ... ७१२ रुक्मिणीव्याहलो प्रांदि .. । १८०६ १७८-१८७ १८७वाँ १८८-२३३ / अपूर्ण। . १९वी.श..२-१६० इसमें दानलीला,स्नेहलीला,औषधि, मोहमरदकी . कथा एवं पदादिसंग्रह लिखित हैं । बीच बीचमें पत्र प्राप्त हैं। (सं०) अपूर्ण । २०वी.श. " : ७१३ अहेवालसमुद्रका करना प्रादि -७१४ : (१) नृसिंहकी स्तुतिके पद (२) ॥ को भजनपद ७१५ / भगवद्गीता भाषापद्यानुवाद - ७१६ , सहित ७१७ पुरुषोत्तम (विष्णुदिव्य) सहस्रनाम ७१८ भगवद्गीता भावनादास ज्ञानदास १९३२ : ६७ १९२२ : ३-२८८ १९वी.श. ४८ ११५ श्रीधर शिवलाल के ज्ञानसागर प्रेस में मुद्रित। . हिन्दू प्रेस में मुद्रित। ७१९ रामस्तवराज २८ वेदव्यास सनत्कुमारसंहितायां नारदोक्त मू. वेदव्यास, टी. नाजर प्रानन्दराम २७५ . .१८५२ -- ७२० | भगवद्गीता परमानन्दप्रबोधनाम्नी भाषापद्यबद्ध टोकासहित (१) पट्टीपहाड़ा (२) सनेहलीला (३) विजविवाह .. (४) सनीसरजीकी कथा.. लि.क. रामसेवक। ४-१६ (१७-५७ (५८-६७
SR No.010606
Book TitleVidyabhushan Granth Sangraha Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGopalnarayan Bahura, Lakshminarayan Goswami
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1961
Total Pages225
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy