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राजस्थान प्राच्यविद्याप्रतिष्ठान-विद्याभूषण-ग्रन्थ-संग्रह-सूची]
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कर्ता
ग्रन्थनाम.
विशेष विवरण आदि
लिपिसमय पत्रसंख्या
क्रमाङ्क
२०वी.श. २ . १६६०६ . . . २०वी.श. २८ पेज १९वी.श.६
अपूर्ण किन्तु सुसम्पादित प्रति (सं०) रचना-१७३१ । लि.क.-जीवनरामशर्मा,
जयपुर।
७०२
७०३
७०१ / वावनीसंग्रह . (१) सुन्दरबावनी
सुन्दरदास (२) प्रबोधवावनी
जिमरंगसूरि , भीषबाधनी
भीषजन | संगीतको पुस्तक (सवाईजयसिंहादि
प्रशंसापरक कवित्तादि) ७०४ भजनसंग्रह
सदैवछ सावलंगाकी बात ७०६ | हिन्दीके प्राचीन महाकवियोंके पदोंका |
संग्रह ७०७ | सिंहासनबत्तीसी (हिन्दी) ७०८ | वाणीसंग्रह
स्फुट पत्र। इसमें तीन पत्र तो विहारीसतसई के हैं । (सं०)
२०वीं.श. १८५३ १९वीं.श. १८४+६
लि.क.-सालगराममिश्र पीपलदामध्ये । जीर्णशीर्ण प्रति ।
१९२६१६८ पेज १६वी.श. ६४
देहलीमें मुद्रित ३,४ पेज अप्राप्त । इस गटके में कवित्त, बात, औषधि, हिसाब आदि सभी लिखित हैं। अगरदासको वाणियां अधिक हैं। (सं.)
१८९७
१-१३
अपूर्ण । १०, ११वा पत्र अप्राप्त । लि.क.-लोहकार भगवानदास ।
विहारीसतसईके स्फुटपत्र सटीक ७१० (१) शालिहोत्र
(२) निघण्टुसार ७.११ / प्राचीनकथासंग्रह
(१) हररस (२) राठोड़कहाणा तिणरी विगत (३) जगमालजी, गोदोलोरी बात
ईसरदास
१८०६
| आदिसे अपूर्ण।
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१८१३६६-८०. | लोढावासमध्ये लिपीकृत पं० गोरधन ।
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