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६२-७४ ]
राठौड़ांरी बातां
नाडूलरा सोनगरा धणलासू चढ जाय मारिया,
रिडमल सतानू पाली दीवी ओ वैर रिड़मलजी पोती परणाय वाढियो ।
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६२. राव रिडमल ४९ वार जैसलमेर मारियो जद भाटिया बेटी दिवी, रिडमलजी - नू राजा कहिया ।
- ६३ रावजी रिडमल धणलासू जाय नाडोळरा घणी सोनगरा सारा मार नाखिया. रावजी या सोनगरारै परणिया हुता सोनगरो लालो रणधीररो . जैसलमेर परणीजण पधारिया जद लालानू जोधपुर आण जोधाजीरी बाई परणायी वैर भागियो पाली पटै दीवी ।
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६४. सवत १५०० चैत वद ६ गढ चित्तौड ऊपर चूक कर राणे कूभै मारियो राव रिडमळनू ।
६५ रिडमलजीनू चित्तोड़ माथै चूककर मारिया सीसोदियै चूडै लाखावत ।
६६. चूडा लाखावृत सामल होय नरवद सरावत चित्तोड माथै रिडमलजीनू चूक करायो ।
६७ भाटी सतो लूणकरणोत राव रिडमलजीनू चित्तौड चूक हुवो जद काम आयो । ६८ भीवराज चूडारो जिणरै वसरा भीमोत कहीजै ।
जोधी रिड़मलोत
६९ राव रिडमलनूं चूक हुवै चित्तोड माथै कवर जोधोजी तळंटीसू निसरिया, चूडै लाखावत लारै लोक मेलियो, गजणरईरै घाटै वेढ हुई जठै प्रथीराज ईंदा वगेरै जोधाजीरा रजपूत काम आया ।
७०. राव जोधो रिडमलरै पाट, देवड़ारो भाणेज सवत १४७२ रा वैसाख वद ४ बुधवाररो जनम, सवत १५१० जोधैजी राणारा थाणा उठाय धरती लिवी । ७१ सोमेसर रावत लूणा कनैसू घोड़ा लिया, गुसाईजीरा कहणासू हरभू साखल जोधानू जीमण कियो. कह्यो म्हारी गोठरा मूंग थारा पेट में इत्तै जित्ती जमी पै घोडो फेरसी उवा जमी थारी रैसी गूदोच ताई घोडा फेरिया । ७२ चोकड़ी बिलाडासू राणारा थागा फटाया सोजत लिवी । ७३ रावजी जोधोजी कवर नरवद सतावतरी लडाईमे घेठ नाव उभा हुवा |
७४ जोधपुर वसाया पर्छ जोधोजी गयारी जात्रानू चढिया मालक आय मिळियो रावजी उणरी मदत किवी सारगखा मारियो पछे गयारो कर दूर कियो ।
मारग मे जहानापुररो बहलोलखांरो भाई