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________________ सुत्तागमे [ ववहारो कप्पइ पडिगात्त ॥ २४५ ॥ सागारियस्स सोत्तियसाला णिस्साहारणवक्कयपउत्ता, तम्हा दावए, एवं से कप्पर पडिगाहेत्तए ॥ २४६ ॥ सागारियस्स बोडियसाला साहारणवक्कयपउत्ता, तम्हा दावए, णो से कप्पइ पडिगाहेत्तए ॥ २४७ ॥ सागारियस्स बोडियसाला णिस्साहारणवक्कयपत्ता, तम्हा दावए, एवं से कप्पइ पडिगाहेत्तए ॥ २४८ ॥ सागारियस्स गंधियसाला साहारणवक्कयपउत्ता, तम्हा दावए, से कप्प पडगात्तए ॥ २४९ ॥ सागारियस्स गंधियसाला णिस्साहारणवक्कयपत्ता, तम्हा दावए, एवं से कप्पइ पडिगाहेत्तए ॥ २५० ॥ सागारियस्स सोडियसाला साहारणवक्कयपउत्ता, तम्हा दावए, णो से कप्पइ पडिगाहेत्तए ॥ २५१ ॥ सागारियस्स सोडियसाला णिस्साहारणवक्कयपउत्ता, तम्हा दावए, एवं से कप्पइ पडिगाहेत्तए ॥ २५२ ॥ सागारियस्स ओसहीओ संथडाओ, तम्हा दावए, णो से कप्पइ पडिगाहेत्तए ॥ २५३ ॥ सागारियस्स ओसहिओ असंथडाओ, तम्हा दावए, एवं से कप्पइ पडिगाहेत्तए ॥ २५४ ॥ सागारियस्स अंबफला संथडा, तम्हा दावए, णो से कप्पर पडिगाहेत्तए । २५५ ॥ सागारियस्स अंबफला असंथडा, तम्हा दाए, एवं से कप्पर डिगात्तए ॥ २५६ ॥ सागारियणायए सिया सागारियस्स एगवगडाए एगदुवाराए एगणिक्खमणपवेसाए सागारियस्स एगवयू सागारियं च उवजीवइ, तम्हा दावए, णो से कप्पइ पडिगाहेत्तए ॥ २५७ ॥ सागारियणायए सिया सागारियस्स एगवगडाए एगदुवाराए एगणिक्खमणपवेसाए सागारियस्स अभिणिवयू सागारियं च उवजीवर, तम्हा दावए, णो से कप्पर पडिगाहेत्तए ॥ २५८ ॥ सागारियणायए सिया सागारियस्स अभिणिव्वगडाए अभिणिदुवाराए अभिणिक्खमणपवेसाए सागारियस्स एगवयू सागारियं च उवजीवइ, तम्हा दावए, णो से कप्पइ पडिगाहेत्तए ॥ २५९ ॥ सागारियणायए सिया सागारियस्स अभिणिव्वगडाए अभिणिदुवारा अभिणिक्खमणपवेसाए सागारियस्स अभिणिवयू सागारियं च उवजीवइ, तम्हा दावए, णो से कप्पर पडिगाहेत्तए ॥ २६० ॥ सत्तसत्तमिया णं भिक्खुपडिमा (i) एगूणपण्णाए राईदिएहिं एगेण छण्णउएणं भिक्खासएणं अहासुत्तं अहाकप्पं अहामग्गं अहातचं अहासम् (मकाएणं ) मं फासि (त्ता ) या पालिया (साहित्ता) तीरिया कट्टिया (आणाए ) अणुपालिया भवइ ॥ २६१ ॥ अट्ठअट्ठमिया णं भिक्खुपडिमा चउसट्ठीए राइदिएहिं दोहि य अट्ठासीएहिं भिक्खासएहिं अहासुतं अहाकप्पं अहामग्गं अहातचं अहासम्मं फासिया पालिया तीरिया किट्टिया अणुपालिया भवइ ॥ २६२ ॥ णवणवमिया णं भिक्खुपडिमा एगासीए राईदिएहिं चउहि य पंचुत्तरेहिं . भिक्खासएहिं अहासुतं अहाकप्पं अहामग्गं अहातचं अहासम्मं फासिया पालिया ८२२
SR No.010591
Book TitleSuttagame 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorFulchand Maharaj
PublisherSutragam Prakashan Samiti
Publication Year1954
Total Pages1300
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, agam_aupapatik, agam_rajprashniya, agam_jivajivabhigam, agam_pragyapana, agam_suryapragnapti, agam_chandrapragnapti, agam_jambudwipapragnapti, & agam_ni
File Size93 MB
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