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________________ ३३९ (धातुपाठः) ठीक जुष जुषी जूरी 4 जप जमु ज्ञा ज्ञा ज्ञा जर्ज छुर (तु. प से ) १३७३ छुप (पा.) (चु. उ. से ) १८२१ दिर् (रु उ. से ) १४४६ छूदी (चु. उ से.) १८२१ छेद (चु. उ. से ) १९३५ छो (दि प. अ) ११४६ जक्ष (अ. प. से) १७७१ जज (भ्वा. प से.) २४२ जजि (भ्वा. प. से ) २४३ (भ्वा. प. से ) ३०५ जन (जु. अ. से ) ११०५ जनी (दि आ से) ११४९ ( भ्वा. प. से.) ३९७ जभि (चु. उ से ) १७१७ जभि (भ्वा. आ. से.) ३८८ (भ्वा. प से ) ७१ जर्ज (भ्वा प. से.) १६ (तु प से ) १२९९ जल (भ्वा प. से ) १५४ जल (चु. प से ) ८३ जल्प (भ्वा. प. से ) ३९८ जष (भ्वा प से ) ६८० जसि (चु. प. से ) १६६५ जसु (चु. प. से.) १६६९ जसु (चु. उ. से.) १७१९ जसु (दि. प से ) १२१२ जागृ (अ. प. से.) १०७२ जि (भ्वा. प. से.) ५६१ ( भ्वा. प से.) ९४६ जि (चु. उ. अ ) १७९४, जिवि (भ्वा. प अ ) ५९४ जिरि (स्वा. प. अ) १२७९ जिषु (भ्वा. प. अ.) ६९७ (भ्वा. प. अ) ५६२ (भ्वा. प. से ) १५७ जुट (न. प. से.) १७८० (तु. से.) १३२७ जुड (चु. उ. से.) १६७ जुत (भ्वा आ• से ) २ जुन (पा.) (तु प. से ) १३२७ (चु. उ से ) १८१५ (तु. आ से.) १२८९ (दि. आ. से.) ११५६ जूष (भ्वा प से ) ६८१ जुभी (भ्वा आ. से ) १८९ ( क्या प से ) १४९५ (च. उ. से.) १८१५ (दि. प. से.) ११७० (भ्वा. आ. से ) ६४ (भ्वा. आ. से.) ६१६ (भ्वा. प. अ.) ९१४ ज्ञप (चु. प से.) १६२५ ( भ्वा. प. से.) ८११ (क्या. प. अ.) १५.८ (चु. उ. अ) १७" ज्या (क्या. प. अ.) १५.. ज्यु (भ्वा. आ. अ.) ९५६ ( भ्वा. आ. से.) ९७ (चु. उ. से.) १८१६ ज्वर (भ्वा. प. से.) ज्वल (भ्वा. प. से.) ८.४ ज्वल (भ्वा. प. से.) " (भ्वा. प. से.) ३.६ झम (भ्वा. प. से.) ७२ झझं (तु. प. से.) १३०१ झर्झ (भ्वा. प. से.) ___७१८ झष (भ्वा. प. से.) ६८९ (भ्वा. उ. से.) झू (पा) (क्या. प से.) १९९५ झपू (दि. प. से.) ११३१ टकि (चु प से.) १६३९ टल (भ्वा. प. से.) 7 टिक (भ्वा. आ. से.) १० टीकृ (भ्वा. आ. से.) १०॥ त्रि " སྒྱུ ༔ ' ལ སྶ ཡྻ སྒྱུ, སྶ སྒྲ – གླུ གླུ ཙྪཱ ཙྪཱ ཡྻ ཝཱ ཡྻ ཝཱ झष जीव जुगि
SR No.010557
Book TitlePaniniyasutra Pathasya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSiddheshwar Shastri
PublisherBhandarkar Prachya Vidya Sanshodhan Mandir
Publication Year1935
Total Pages737
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size54 MB
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