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________________ रहे हैं। बीच में इसमें अनेक मगढ़े और विघ्न सबा बावायें भी खड़ी की गई, पान्तु उन सब बड़ी से बड़ी टक्करों से बचा कर विद्यालय को उच्च धार्मिक प्रादर्श के साथ बापने चखाया है। यह पापको ही अनोखी विशेषता है। जो कि अनेक विकट सटों के आने परमी पाप सबको अपने सर झेखते हुए निर्मी कता और दृढ़ता के साथ कार्य में संलग्न रह रहे हैं। वर्तमान में विद्यालय का प्रबन्ध व पढ़ाई प्रादि सभी बातें बड़े अच्छे रूस में चल रही हैं ग्वालियर दरबार से भी विद्यालयको १००) माहवार मिल रहा है। यह सब पापके सतत प्रयत्न का ही परिणाम। कई वर्षों तक भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महासभा परीनालय के मन्त्री भी भाप रहे हैं। मापके मन्त्रित्व कालमें परोक्षालयने थोड ही समय में अच्छी उन्नति कर दिखाई थी। ___ गवालियर स्टंट में भी आपका अच्छा सम्मान है, भामरेरीमजिस्ट्रेट के पद पर पाप बहुत वर्षों तकरा चुके हैं। वर्तमान में पाप ग्वालियर गवर्नमेंट की डिस्ट्रिक्ट मोकाफ कमेटी के मैपर हैं। दोनों कमों के उपलक्ष्य में आपको श्रीमान हिज हाइनेस ग्वालियर दरबार की भोर से पोशाकें भेट में पाप्त हुई है। वंश परिचय पाप चावली (घागरा) निवासी स्वर्गीय श्रीमान बाल तोतारामजी के सुपुत्र है, माना जो गांव के अत्यन्त प्रतिष्ठित धामिक सज्जन पुरुष थे उनके बह पुत्रों में सबसे बडे पुत्राला रामलाल जी थे जो बाल ब्रह्मचारी रहे, ५५ वर्षी मायुमें
SR No.010545
Book TitleSiddhanta Sutra Samanvaya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMakkhanlal Shastri, Ramprasad Shastri
PublisherVanshilal Gangaram
Publication Year
Total Pages217
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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