SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 75
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ * लँबेचू समाजका इतिहास * बेटी २। जेठी बेटी कचनाउरवाले परियन के प्रकाशचन्द को व्याही और गिरधारीलाल के पुत्र भादोलाल पारने विलासराय रपरिया की बेटी व्याही। ताकं २ पुत्र जठो वाहगांव ब्याहो परियन के ताके २ पुत्र । छोटा पुत्र कचोरा बजाजों के ब्याहा। सघारीलाल वाहगाव ब्याह चतुर्भुज रपरिया की बहिन को । ताके बेटा ३ हजारीलाल मोतीलाल, छोटेलाल हजारीलाल करहलके सोनी गोत्र में ब्याहे सन्तान नहीं। दूसरे मीतीलाल उनके बेटा १ छोटेलाल चोरुवा ब्याहे ताक पुत्र २ और मोतीलाल की बहिन चारुवा गांव पचोलयों के ब्याही। ये तो इटावेवाले चंदोरियायों की संक्षिप्त वंशावली कही मिली जैसी और वटश्वर वाले, गोडावाले, खारवाले तीन प्रकार के चंदोरिया और हैं हमारे पास उनकी वंशावली नहीं है। भोगीराय राय (भाट) की पुरानी कविता दोहा रसना सों मनकी कहे चलो इटाये जाँय खेमीपति चन्दवार की, वहाँ की खण्डर बखान
SR No.010527
Book TitleLavechu Digambar Jain Samaj
Original Sutra AuthorN/A
AuthorZammanlal Jain
PublisherSohanlal Jain Calcutta
Publication Year1952
Total Pages483
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy