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________________ प्रतियोगिता के समापन के पश्चात् समारोह के मुख्य अतिथि श्री रमेशचन्द्रजी रूंगटा, जिला कलेक्ट" बीकानेर ने संस्था के संस्थापक स्वर्गीय सेठ श्री चम्पालालजी बांठिया के चित्र को माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि __ अर्पित की। उनकी स्मृति में प्रतिवर्ष संस्था द्वारा महावीर जयन्ती के अवसर पर यह भाषण प्रतियोगिता विद्यार्थियों में धर्म के प्रति आस्था जाग्रत करने एवं उनमें वक्तृत्व प्रतिभा का विकास करने हेतु आयोजित की जाती है, इसका वर्ष संस्था की स्वर्ण जयन्ती के अवसर पर आयोजित की गई। इसके बाद संस्था के पदाधिकारियों द्वारा मुख अतिथि श्री रूंगटा साहब, कार्यक्रम अध्यक्ष श्री गुमानमलजी सा चोरड़िया व संयोजक श्री रिखबचन्दजी जैन को माल्यार्पण कर स्वागत किया। स्वागत गीत सेठ श्री हमीरमलजी बांठिया राजकीय उच्च प्राथमिक कन्या विद्यालय की वालिकाओं ने प्रस्तुत किया। इसके पश्चात् कार्यक्रम अध्यक्ष श्री गुमानमलजी चोरड़िया व संयोजक श्री रिखबचन्दजी जैन ने अपना संक्षित उद्बोधन प्रस्तुत किया। अपने उद्बोधन के पश्चात् संयोजक महोदय ने मुख्य अतिथि, तीनों निर्णायकों व कार्यक्रम संचालक को जवाहर साहित्य भेंट किया। इसके उपरान्त मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर ने आगन्तुक श्रोताओं को उद्बोधित किया और उद्बोधन के पश्चात् मुख्य अतिथि श्रीमान् रूंगटा साहब ने व्याख्यानमाला प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतियोगियों को प्रतियोगिता में भाग लेने का प्रमाण-पत्र व जवाहर किरणावली की १-१ प्रति भेंट की व्याख्यानमाला प्रतियोगिता के विजेताओं को सेठ श्री चम्पालालजी बांठिया स्मृति पुरस्कार मुख्य समारोह में प्रदान करने का निर्णय लिया गया। तत्पश्चात् महिला सिलाई, बुनाई, कढ़ाई कार्य में प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को प्रमाण-पत्र व पुरस्कार प्रदान किये। सिलाई/ बुनाई का विशेष पुरस्कार श्रीमती शशि जैन को दिया गया श्रीमान रूंगटा साब ने व्याख्यानमाला के प्रतियोगियों की भाषण शैली से प्रसन्न होकर प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रशासन की तरफ से भी पुरस्कृत करने की घोषणा की। अन्त में संस्था के मंत्री सुमतिलाल बांठिया द्वारा आगन्तुक महानुभावों के प्रति आभार व्यक्त किया गया इसके पश्चात् विशिष्ट मेहमानों एवं सभी आगन्तुकों ने महिला उद्योगशाला की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। १ मई १६६४ · स्वर्ण जयन्ती महोत्सव मुख्य समारोह' रविवार दिनांक १ मई १६६४ को स्वर्ण जयन्ती महोत्सव का मुख्य कार्यक्रम बड़ी भव्यता से मनाया :गया। इसमें मुख्य अतिथि श्रीमान् देवीसिंहजी भाटी नहर एवं सिंचाई मंत्री राजस्थान सरकार थे व विशिष्ट अतिथि , डॉक्टर रामप्रतापजी खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री राजस्थान सरकार थे। मन्त्री द्वय ठीक १०.४५ वजे जवाहर विद्यापीठ पहुँच गये। सर्व प्रथम मुख्य अतिथि ने जवाहर विद्यापीठ से जवाहर हाई स्कूल तक के 'जवाहर । ___ मार्ग' नामकरण पट्टिका का अनवारण किया जिसकी स्वीकृति दो दिन पूर्व ही नगर परिषद बीकानेर द्वारा प्रदान का - गई थी—इसके पश्चात् भीनासर प्रवेश स्थल, जहां जवाहर विद्यापीठ का सुन्दर भवन बना हुआ है, के सामन। प्रस्तावित भव्य जवाहर द्वार का शिलान्यास माननीय श्री देवीसिंहजी भाटी सिंचाई एवं नहर मन्त्री राजस्थान सरकार के कर कमलों से सम्पन्न हुआ। भीनासर के प्रवेश स्थल पर बनने वाले इस जवाहर द्वार के अन्तर्गत सड़क दोनों ओर संगमरमर के दो सुन्दर स्तम्भ बनाये जायेंगे। जिसमें एक तरफ नवकार मंत्र व तीन तरफ आचाप जवाहरलालजी म.सा. की सूक्तियाँ लिखवाई जायेगी। इससे जवाहरलालजी म.सा. के उपदेशों का आधका प्रचार प्रसार हो सकेगा, जो संस्था की स्थापना का प्रथम उद्देश्य है। यह द्वार संस्था की स्वर्ण जयन्ता का पर उन महान् क्रांतिकारी जवाहराचार्य के प्रति श्रद्धांजलि होगी। इसके निर्माण का समस्त खचा रिखबचन्दजी जैन, संयोजक स्वर्ण-जयन्ती समारोह समिति द्वारा वहन किया जायेगा । नामपट्ट अनावरण एक द्वार के शिलान्यास के पश्चात् स्वर्ण जयन्ती महोत्सव में भाग लेने मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि सस्था र १७४ + आचार्य श्री शामान
SR No.010525
Book TitleJawahar Vidyapith Bhinasar Swarna Jayanti Smarika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKiranchand Nahta, Uday Nagori, Jankinarayan Shrimali
PublisherSwarna Jayanti Samaroha Samiti Bhinasar
Publication Year1994
Total Pages294
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth
File Size11 MB
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