SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 135
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ युग-प्रवर्तक आचार्य अमृतलाल मेहता आपका व्यक्तित्व आकर्षक एवं प्रभावशाली था। लोकमान्य बालगंगाधर तिलक, महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू आदि अनेक राष्ट्रीय नेता आपके संपर्क में आए। आपने जन मानस में व्याप्त कुव्यसनों भ्रान्त धारणाओं कृषि आदि को महा आरंभ के स्थान पर अल्पारंभ निरूपित कर सम्यक् उद्बोधन दिया। आप श्री ने थली प्रान्त में सुदूर क्षेत्रों में विचरण कर भ्रांत धारणाओं का निराकरण कर, जैन-दर्शन का सम्यक् विवेचन कर अनेक लोगों को उत्प्रेरित किया। 'सद्धर्म मंडनम्' आपकी एक अमर कृति है जो युगों-युगों तक आपकी कीर्ति को सुवासित करती रहेगी। ___ जवाहर किरणावलियों में प्रकाशित आपके संकलित प्रवचन आपकी गौरवगाधाओं में चार चांद लगाये आपने स्व-पर कल्याण हेतु विभिन्न प्रान्तों शहरों में ५१ चातुर्मास कर सुदूर क्षेत्रों में पदयात्रा कर जन-जन को आध्यात्मिकता का रसास्वादन कराते हुए राष्ट्रीयता. सामाजिकता पर प्रकाश डालते शैक्षणिक वातावरण का निर्माण किया। कानजी शिवजी ओसवाल जैन बोर्डिंग हाऊस जलगांव (महाराष्ट्र) आपही के सद उपदेशा से उद्घाटित वर्षों से छात्रों के चरित्र निर्माण की दिशा में सेवारत है। भीनासर (बीकानेर) राजस्थान में आप काल धर्म को प्राप्त हुए। आपकी पुण्य स्मृति में माननीय चम्पालाल जी यांठिया ने जवाहर विद्यापीठ की स्थापना अपने निजी अतिथि गृह में कर नव-निर्मित भवन । स्थानान्तरण कर अनेक छात्रों के जीवन-निर्माण में सक्रिय सहयोग दे पुण्य अर्जित किया है। ऐसे महामहिम जैनाचार्य की मानव मेदिनी सदा ऋणी रहेगी।
SR No.010525
Book TitleJawahar Vidyapith Bhinasar Swarna Jayanti Smarika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKiranchand Nahta, Uday Nagori, Jankinarayan Shrimali
PublisherSwarna Jayanti Samaroha Samiti Bhinasar
Publication Year1994
Total Pages294
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy