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________________ संकेत सर्व द स.श. (३६) ग्रन्थ नाम, भाषा वकाल ग्रन्थ कत्तो और उसका काल सर्व दर्शन सप्रह, सस्कृत श्री माधवाचार्य सप्ततिशत स्थान प्रकरण मूल कर्ता श्री सोमतिलकसरि [ सत्तरिसय ठाणावृत्ति] मूल-प्राकृत (वि स १३८५) टीकाकार-श्री देव विजय टीका-सस्कृत (वि स १६७०) सांख्यसत्त्व कौमुदी, सस्कृत श्री ईश्वरकृष्ण हिन्दी अनुवाद सहित साधु प्रतिकमा सूत्र प्रकाशन का स्थान व समय जीवानन्द विद्यासागरभट्टाचार्य कलकत्ता,सन् १८८६ श्री जैन आत्मानन्द सभा भावनगर वीर स. २४४५ सांख्य. साधु प्र. सि सि. मु. सिद्धान्त कौमुदी सिद्धान्त मुक्तावलि भट्टोजी दीक्षित श्री विश्वनाथ पंचानन भट्टाचार्य नवलकिशोर प्रेस लखनऊ, सन् १८८८ ई श्री भैरोदानजी जेठमलजी सेठिया बीकानेर, वीर सं. २४४६ तुकाराम जावजी बम्बई पाण्डुरग जावजी निर्णयसागर प्रेस कोलभाट लेन वम्बई, सन् १२६४ ई. श्री आगमोदय समिति, वीर स २४४३ श्री भागमोदय समिति, वीर स. २४४५ सूयगडाग(सूत्रकृताग)सूत्र,मूल- टीकाकार-श्री शीलाकाचार्य प्राकृत,टीका सस्कृत वि सं.६३३ (वि दसवीं शताब्दी) . सूर्यप्रज्ञप्तिसरीक, मूल-प्राकृत टीकाकार-प्राचार्य श्री मलयगिरि टीका-सस्कृत
SR No.010515
Book TitleJain Siddhanta Bol Sangraha Part 08
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhairodan Sethiya
PublisherJain Parmarthik Sanstha Bikaner
Publication Year1945
Total Pages403
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_related_other_literature
File Size11 MB
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