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________________ जणाव्या प्रमाणे पड़तर करता ओछी कीमत राखी के बेतेनी विशिष्टता छ। ___ प्रथम ना बे भाग मा १ थी ७ बोलोनु विवरण श्रापवामा श्राव्यु हतु ।श्रा ग्रंथमा ८-६-अने १० श्रेम त्रण वधु चोलोनु विवरण प्राप्यु छ।ग्रामासाधु समाचारीसाथे सबंध धरावती सख्या बंध बाबतो आवेली छे। साथे साये मनुष्य भवना दश हटातो, विस्तृत पाठ कर्मावली (शंका समाधान साथे), दश श्रावको नु वर्णन वगेरे मुमुत्तुमाटे वैराग्य प्रेरक छ।श्रा उपरान्त रत्नावली आदि विविध तपो कोठामोद्वारा समजाववामा श्राव्या छे। छपाई काम, कागल अने गेटअप स्वच्छ अने आकर्षक छ। प्रयास अति श्रावकारपात्र छ । बीना मागो शीघ्र प्रगटे एम इच्छीए।। प्रमाण के लिये उद्धृत ग्रन्थों की सूची ग्रन्थ नाम पता प्रकाशक एवं प्रामि स्थान अनुयोग द्वार मलधारी हेमचन्द्रसरि अागमोदय समिति गोपीपुरा, सूरत अभिधान चिन्तामणि हेमचन्द्राचार्य आगमसार (हस्तलिखित) देवचन्दजी कृत आवश्यक नियुक्ति मलयगिरि सूरि श्रागमोदय समिति सूरत। उत्तराध्ययन शातिसूरि कृत बहवृत्ति देवचन्द्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार सस्था बम्बई । श्रोपपातिक अभयदेव सूरि टीका आगमोदय समिति सूरत । कर्मग्रन्थ पाचवा भाग देवेन्द्र सूरि रचित मलयगिरि सरि विवरण सहित आत्मानन्द जेन सभा भावनगर । चार शिक्षाबत पूज्य श्री जवाहिरलाली महारान। हितेच्छु श्रावक मंडल रतलाम । बीवाभिगम मलयगिरि टीका देवचन्द्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार सस्था जनविद्या डा. बनारसीदास लाहोर। शाताधर्म कथाग अभयदेव सरि टीका श्रागमोदय समिति । जाताधर्म कथाग शास्त्री जेठालाल हरिभाईकृत । जैनधर्म प्रसारक सभा गुजराती अनुवाद भावनगर। शानार्णव शुभचन्द्राचार्य कृत रायचन्द्र जैन शास्त्रमाला बम्बई। गणाग अभयदेव सूरि टीका आगमोदयसमिति,। तत्वाधिगम भाष्य श्रीउमास्वाति कृत मोतीलाल लाधानी पूना दशवैकालिक मलयगिरि टीका श्रागमोदय समिति सूरत दशाश्रु तस्कन्ध उपाध्याय श्री आत्मारामजी जैन शास्त्रमाला कार्यालय महाराज कृत हिन्दी अनुवाद सैटमिक्षा लाहोर । रायचा
SR No.010511
Book TitleJain Siddhanta Bol Sangraha Part 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhairodan Sethiya
PublisherJain Parmarthik Sanstha Bikaner
Publication Year2051
Total Pages506
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_related_other_literature
File Size17 MB
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