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________________ At SH जैन-गौरव-स्मेतियां " : ___ ES 1-6. . माणकचन्दजी एवं जसकरणजी नामक दो । पुत्र जिनकी आयु क्रमशः २८ एवं २२ है । .माणकचन्दजी के नौरतमल बुधमल एवं रूपचन्द नामक तीन बालक हैं। श्री माणक-.. चन्दी व्यापारिक कार्यों में अपने पिताजी.. को सहयोग देते हैं एवं छोटे भाई अभी । अध्ययन कर रहे हैं। आँचलियाजी · व्यवसायिक कार्यो .. में अनुभवी मिलनसार एवं गुणग्राही सज्जन है । धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों . पूर्ण सहयोग देते रहते हैं। नं०२० पथरिया " हट्टा में उत्तमचन्द चुन्निलाल के नाम से . मनीलेण्डर का काम होता है। विहार अमरेला मैन्युफेक्चर कम्पनी नाम से पटना में छतरियों के बनाने का बड़ा कारखाना है । । . .. ..सी सेट हीरालालजी यांचलिया . .. *:-.... - - . marati LOR PRE . SE -Naik " जसकरणजी यांचलिया - कुं० माणकचंदजी यांचलिया इसके हिस्सेदार बालेश्वरप्रसाजी व आपके भ्राता सीतारामजी हैं।
SR No.010499
Book TitleJain Gaurav Smrutiya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManmal Jain, Basantilal Nalvaya
PublisherJain Sahitya Prakashan Mandir
Publication Year1951
Total Pages775
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size44 MB
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