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________________ ५६५ are के treat सहायक ही है। परिवार के प्रमुख पुरुष सेठ मगनलाल जी हैं। आयु ५० साल की है प धार्मिक एवं कर्तव्य शील पुरुष हैं। धर्मशास्त्रों के पठन एवं धर्म कार्यों में आप खूब दिल चस्पी लेते हैं । आपके चाबूलालजी एवं उत्तम चन्दजीनामक दो पुत्र हैं । जिनकी श्रायु क्रमशः २५ एवं १६ वर्ष है। श्री सेठ मगन लालजी के लघु भ्राता मूलचन्दजी हैं । आपकी आयु ५२ वर्ष की है । आप भी अपने ज्येष्ठ भ्राता के समान ही धर्म निष्ठ एवं उद्दार सज्जन हैं । आपके तीन पुत्र हैं कु. अमर चन्दजी, शान्ति नाथजी एवं जमनाजी हैं । श्री सेठ मूलचन्दजी से छोटे सेठ मगनलालजी उमाजी भाई चिमन लालजी हैं। आपकी श्रायु इस समय ४५ वर्ष की है । आपके मगनचन्दजी एवं हुक्म चन्दजी नामक दो पुत्र है । इस परिवारकी गोत्र चौहान है। सेट मूलचन्दजी उमाजी मालवाड़ा ( जसवन्तपुरापरगना ) जोधपुर में इस परिवार की ओर से एक हाई स्कूल एवं एक विशाल हॉस्पिटल व वर्ष तक चलता रहा और पीछे दृढ़ व्यवस्था की दृष्टि से सवालाख रुपये दान देकर जोधपुर स्टेट को सुपुर्द किया गया । जिस प्रकार से परिवार ने सार्वजनिक सेवा में महत्वपूर्ण भाग लिया, उसी प्रकार से धर्म कार्यों में भी सदा अग्रणी रहा । सं० १९८५ के जेठ सूद ३ को जमरा तथा अट्ठाई महोत्सव किया जिसमें २८ हजार रुपया खर्चा
SR No.010499
Book TitleJain Gaurav Smrutiya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManmal Jain, Basantilal Nalvaya
PublisherJain Sahitya Prakashan Mandir
Publication Year1951
Total Pages775
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size44 MB
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