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________________ . ( २६) (१६) प्रश्नः ५६३ भेद में हरेक गति के कितने कितने भेद है ? उत्तरः नारकी के १४, तिर्यंच के ४८, मनुष्य के ३०३ और देवता के १६८ सब मिलकर ५६३ हुए. । प्रकरण अाठवां ॥ महावीर शासन. (१) प्रश्न: अपन कौनसा धर्म पालते हैं ? उत्तरः जैनधर्म. (२) प्रश्न: "जैनधर्म" ऐसा नाम फिस तरह से हुवा ? उत्तरः जिन परमात्मा ने प्ररूपित किया जिससे जैनधर्म ऐसा नाम हुवा. (३) प्रश्नः जिन मायने क्या ? उत्तरः राग द्वेष को जीतने वाले. (४) प्रश्नः जिन के और नाम क्या हैं ? उत्तरः तीर्थकर, अरिहंत, व वीतराग. (५) प्रश्नः अपन किस तीर्थंकर के शासन में हैं ? उत्तरः चोवीशयां तीर्थंकर श्री महावीर प्रभु के शासन में. (६) प्रश्नः महावीर प्रभु के मातुश्री का नाम क्या है ? उत्तरः त्रिशला देवी.. (७) प्रश्नः श्री महावीर प्रभु के.पिता का नाम क्या? उत्तरः सिद्धार्थ राजा.
SR No.010487
Book TitleShalopayogi Jain Prashnottara 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDharshi Gulabchand Sanghani
PublisherKamdar Zaverchand Jadhavji Ajmer
Publication Year1914
Total Pages77
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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