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________________ (३४) प्रश्नः निरंजन किसे कहते हैं.? । , उत्तरः जिसको कर्मरूप अंजन याने दृपण नहीं है उसे, (३५) प्रश्रः निराकार मायने क्या ? उत्तरः जिसका आकार नहीं है सो निराकार. (३६) प्रश्नः नमो आयरियाणं का अर्थ क्या ? ___ उत्तरः प्राचार्यजी.को नमस्कार. (३७) प्रश्नः आचार्य किसको कहते हैं ? .. उत्तरः जो शुद्ध प्राचार श्राप पालते हैं व दूसरे . को पलाते हैं उसको. . (३८) प्रश्नः आचार्य में कितने गुण होते हैं ? उत्तरः छत्तीस. . . (३६) प्रश्नः अरिहंत में कितने गुण होते हैं ? उत्तर: वारह. (४०) प्रश्नः आचार्य बडे या अरिहंत पडे ? ' उत्तरः अरिहंत. (४१) प्रश्नः सिद्ध भगवंत में कितने गुण होते हैं ? उत्तर: आठ. (४२) प्रश्नः नवकार मंत्र के चोथे पद,में किसको नमः स्कार करने का कहा है १ . - उत्तरः उपाध्यायजी को. (४३) प्रश्नः उपाध्याय किसको कहते हैं ? उत्तरः शुद्ध सूत्रार्थ आप पढ़ते हैं व दूसरे को पढ़ाते हैं. (४४) प्रश्नः अपनी पाठशाला में कौन उपाध्याय हैं ? · उत्तर कोई नहीं है. (४५) प्रश्नः उपाध्यायजी में कितने गुण होते हैं ?
SR No.010487
Book TitleShalopayogi Jain Prashnottara 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDharshi Gulabchand Sanghani
PublisherKamdar Zaverchand Jadhavji Ajmer
Publication Year1914
Total Pages77
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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