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________________ (६७ ) विरोधी-शेम २-छोटो जरा सिंगरट का पीना पिलाना, पीना पिलाना दिलको जलाना, नाहक क्यों करते गुनाह । छोडो जरा० । पीनेवाला-दूर २-है जेब खाली डिबिया भी लाली . छुटता नहीं यह नशा । विरोधी---शेम २-मदिरा पड़ी इसमें लीद भरी है लानत है लानत नशा । पीनेवाला दूर २--चाते हैं कैसी दीवानों जैसी, गपशप . लगाते हो क्या चिरोधी-शेम २-होवेगी स्वारी नरकों की त्यारी, हद . को तो त्याग जरा। पीनेवाला-दूर २-पीवो पिलावो ज़रा मुंह को लगाओ, . कैसा यह शीरी अहा ! विरोधी-शेम २-सी० एल० पुकारे निनदास प्यारे, सोचो तो दिल में ज़रा। पीनेवाला---यस २-सोचा विचारा दिल में यह धारा, । वेशक बुरा है नशा। विरोधी-शाबास-छोडो ज़रा सिगरेटका पीना पिलाना । पीनेवाला-सिगरेट तोडूं डिविया यरोडूं लानत है लानत नशा । विरोधी-शावास छोडो ज़रा सिगरेट० ॥
SR No.010454
Book TitlePrachin Jainpad Shatak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinvani Pracharak Karyalaya Calcutta
PublisherJinvani Pracharak Karyalaya
Publication Year
Total Pages427
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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