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________________ ५४ एक्केक्फाए गट्टयएक्क्कए ती एक्क्का दिसा एक्क्का पुरीए एक्क्का कमो errorist एक्क्का चेत्ततरू एक्केक्का जिरणकूडा error दहा एक्का अंतर एक्का अंतर एक्केक्कारणं गट्टयएक्कारणं ताणं एक्क्काणं दो दो एक्क्का पsिहंदा एक्कासि इंदे एक्क्के अट्ठा rrhea पासा एक्के पास दे एक्क्के पुरण वग्गे एक्क्के सि पुरातन-जैनवाक्य-सूची तिलो० प० ४-७५६ | एक्कोणवीस दंडा तिलो० प०८-२८४ एक्ोवीलक्खा तिलो० प० ५ - १६४ | एक्कोणवीसलक्खा तिलो० प० ७-८६ | एक्कोणवीसवारि हिaureuro २५ एक्कोणवीस सहिद तिलो० प० ४-८८५ | एक्कोणसहित्था तिलो० प० ८-४३० एक्कोणा दो सियातिलो० प० ५ - १४० | एक्को तह रहरेणू जंबू० प० ६-१४३ | एक्को पासादारणं जंबू० प० ६-८७ | एक्को य चित्तकूडो जबू० प० ६-११६ एक्को य मेकूडो तिलो० प० ४-७५८ | एक्कोरुकलं गुलिका जबू० प० १३-२४ | एक्को रुकवेसाणिकतिलो० प० ४-७२३ | एक्कोरुगा गुहासुं तिलो० १० ८- २१८ | एक्को व दुगे बहुगा तिलो० प० ३ - ६३ | एक्को वा बि तयो वा दव्वस० य० १५ | एक्को वि haat जबू० प० ६-१८८ | एक्को वि य मूलगुणो एकोणतीस लक्खा एक्कोणती लक्खा एक्कोणमण्णइंडयपक्को वरि विसेसो एक्को वरि विसेसो ए तिलो० प० २-२४४ तिलो० प०२-१३६ विलो० प०८-५५ तिलो० प० ८-५०३ तिलो० प० ४-२६२५ तिलो० प० २-२४० तिलो० प० १ - २३० तिलो० प० ४-५४ तिल्लो० प० ५-१६१ जंबू० प० ६-८१ तिलो० प० ४-२३६४ तिलो० प० ४- २४८२ एक्को सुद्धो बुद्धो एक्को हवेदि रज्जू एक्को हवेदि रज्जू तिलो० प० ६-६६ | एक्को हवेदि रज्जू एक्arat asवेदी mahrat visiदो एक्केण चक्केण रहो ण यादि श्रंगप० २ - ३२ | एक्को हं गिम्ममो सुद्धो एक्को फरे कमं एक्को करेदि कम्म एक्को करेदि पाव एक्को करेदि पुराणं eratorsit raat कोसो दंडा एक्को चिय वेलंबो एक्को चेव महापा एक्को जोयकोडी एक्कोच उसयाई एकोणतीसपरिमा मूला० ६६६ एक्को होदि विहत्थी बा० अणु० १४ | एगगुणं तु जहां वा० अणु० १५ एगट्ठ व य सत्त य बा० अ० १६ | एगट्टिभागजोयणछेदपिं० १६८ एग-रणव-सत्त छच्चदुतिलो० प० ४-५६ | एगणिगोदसरीरे तिलो० प० ४ -२७५६ |एगणिगोदसरीरे गो० क० ८८१ | एग (य) णिगोद (य) सरीरे * तिलो० ५० ४-२७५५ एगन्त्तरि य सहस्सा तिलो० प० १-२२७ एगत्तरि विष्णिसदा तिलो० प० ४-५२ एगदवियम्मि जे अत्थतिलो० १० २ - १२५ | एगपदमस्सिदस्सवि तिनो० प० ८-४२ एगमवि भावसल्लं तिलो० प० २-६५ एगम्मि भवग्गणे तिलो० प० ४- १५६२ एगम्हि य भवगहणे तिलो० प० ४ - २०६० | एगम्हि संति समये तिलो० प० ४- २४६२ तिलो० प० ४- २४६७ 'पवयणसा० २-४ε मूला० ६२० दव्वस० य० २६४ दसणसा० ४८ तिलो० प० ५-८० | एक्को सरणारा पिंडो विमलाह- णियप्पा० ३ गो० क० २२६ तिलो० प० ४-८४४ तिलो० प० ४-२५३३ | दसणसा० २२ तिलो० प० २-१७० तिलो० प० २- १७२ तिलो० प० २ - १७४ बा० श्रणु० २० तिलो० प० ४-६० गो० जी० ६०६ जंबू० प० १० - ६३ जंबू ० प० १२-१५ जवू० प० १०-६४ गो० जी० १६४ मूला० १२०४ पंचस० १-४ जबृ० प० ६-८ " जंबू ० प० ७-७४ सम्मइ० १-३१ मूला० ६५३ भ० श्रारा० ५४० भ० धारा० ६८२ मूला० ११८ पवयणसा० २-११
SR No.010449
Book TitlePuratan Jain Vakya Suchi 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1950
Total Pages519
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size33 MB
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