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________________ पुरातन-जैनवाक्य-सूची भावपा भावपाहुड (भावप्राभृत) पटप्राभृतादिसंग्रह, मा. दि जैन ग्रन्थमाला भावपाटी भावपाहुड-टीका पटप्राभृतादिसंग्रह, मा. दि जैनग्रन्थमाला भावस -- भावसगह (भावसग्रह) भावसंग्रहादि, मा दि जैन ग्रन्थमाला मु पृ मुद्रित पृष्ठ x x x मला मूलाचार मुनि अनन्तकीर्ति दि जैनग्रन्थमाला बम्बई मूला द मूलाराधना-दर्पण श्रीदेवेन्द्रकीर्ति दि० जैनग्रन्थमाला, कारजा मैथिली. मैथिली-कल्याण-नाटक माणिकचन्द्र दि जैन ग्रन्थमाला, बम्बई मोक्खपा मोक्खपाहुड ( मोक्षप्राभृत ) पटप्राभृतादिसंग्रह, मा दि जैन ग्रन्थमाला मोक्खपा.टी मोक्ख पाहुडीका पटप्राभृतादिसग्रह. मा. दि जैन ग्रन्थमाला रयण । रयणमार (रत्नसार पद्माभृतादिसग्रह, मा दि जैन ग्रन्थमाला रयणमा) रिटुस. रिट्ठसमुच्चय (रिष्ठसमुच्चय ) हस्तलिखित, वीरसंवामदिर सरसावा लद्वि टी लद्वि (लब्धि) सारटीका जैनसिद्धान्तप्रकाशिनीसस्था, कलकत्ता लद्धि मा. लद्धिसार ( लब्धिसार ) रायचन्द्र-जैनशास्त्रमाला, बम्बई लाटी सं लाटो सहिता माणिकचन्द्र दि जैन ग्रन्थमाला बम्बई लिंगपा लिंगपाहुड (लिगप्राभृत) पट प्राभृतादिसंग्रह, मा दि जैन ग्रन्थमाला लो वि. लोकविभाग हस्तलिखित वीरसेवामरि सरमावा वसु सा वसुनंदिसावयायार (श्रावकाचार) जैन सिद्धान्त-प्रचारक मण्डली देवनन्द वि को. विक्रान्तकौरव माणिकचन्द्र दि जैन ग्रन्थमाला वम्बई विजया विजयोदया (भ. पारावना-टीका) दवेन्द्रकीर्ति-दि जैन ग्रन्थमाला कारजा समय. समयपाहुड (समयमार ) रायचन्द्र जैनग्रन्थमाला बम्बई सम्मइ. सम्मइसुत्त ( सन्मतिमूत्र ) गुजरात-पुरातत्त्व-मन्दिर-ग्रन्थावली, समाधि टा. समाधितंत्र-टीका वीरसेवामंदिर-ग्रन्थमाला सरसावा स सि. सर्वार्थसिद्धि सखारामनेमिचन्द जनप्रन्थमाला. सोलापुर मा टी. सागारधर्मामृत-टीका माणिकचन्द्र दि जैनग्रन्थमाला बम्बई मावयदा सावयधम्मदोहा अम्बादास चवरे दि. जैनग्रथमाला कारजा मिद्धभ. सिद्धभत्ती (सिद्वभक्तिो दशभक्त्यादिसग्रह सालापुर सिद्धतटो. सिद्धत्त(सिद्धात)मार-टीका सिद्धान्तसारादिसंग्रह, मा ग्रन्थमाला सिद्धत ) सिद्धंतसार (सिद्धान्तसार) सिद्धान्तसारादि संग्रह , " सिद्वत सा सिद्धिविटा सिद्धिविनिश्चय-टीका हस्तलिखित, वीरसेवाम दिर सरसावा सीलपा सीलपाहुड (शीलप्राभृत) पट प्राभृतादिसंग्रह मा ग्रथमाला सुत्तपा सुत्तपाहुड ( मूत्रप्राभृत) पट प्रामृतादि संग्रह , " सुत्तपा टी सुत्तपाहुड-टीका षट प्राभृतादि पंग्रह, , , सुदख. सुदखध (श्रुतस्कन्ध) तत्त्वानुशासनादिसग्रह, मा ग्रन्थमाला सुदभत्ती ( श्रुतभक्ति) दशभक्त्यादि संग्रह, सोलापुर सुदभ टी. सुदभत्ति(श्रुतभक्ति) टीका सुप्प. दो. सुप्पभाइरिय(सुप्रभाचार्य)दाहा हस्तलिखित, वीरसेवामदिर सरमा सुदभ.
SR No.010449
Book TitlePuratan Jain Vakya Suchi 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1950
Total Pages519
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size33 MB
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