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________________ रुद्रसिंह रुद्रसेन रूपसुन्दरी रे रेवडंड रेवतीद्वीप, रेवताचल रो लवणप्रसाद ललितकीर्ति लाकडी लाट रोननगर लक्की गुंडी ११९ लक्ष्यमेश्वर १२३ लक्ष्मण या लक्ष्मीदेव प्र० द्वि० ७२ लंबी वल्लभ १९८ २११ लिंगायत ल्पिनी ल लोकादित्त्य लोकसेन ला लि स्टे लेन्देयरार सामन्त लो (१३) १८३ ८ बशाली बड़ाली १४४ | वधवान ९८ | वल्लभीपुर १२१ वस्तुपाल तेजपाल वज्जाल कलचुरी बल्लभ नरेन्द्र वल्लभ स्कंध वट्टिग ११९ १७५-१७६ ११४ १७५ वल्लभी वंश 99 वावड़ियावाड़ वाल बागवाड़ी वा वासुकोड वातापिपुरी वादिराज स्वामी वाघेल वंश वि, वी विदरकनी विलगी १२६ विरावह ११७ विराटकोट, विराटनगरी विष्णुवर्द्धन या विट्टिदेव ३२ ३९ ४७ ४८ १८८ २११ <• १९७ १९८ १९८ ४७ ४८ १०७ १० ०७ ९७ १३७ २११ १३८ १३८ १५० ११९ ६९
SR No.010444
Book TitlePrachin Jain Smaraka Mumbai
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShitalprasad
PublisherMulchand Kisandas Kapadia
Publication Year1982
Total Pages247
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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