SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 128
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ पाहुड-दोहा गइ-गति ६६,९३ आदि, गंत्र- (तत्सम ) १९५. गइय-गता ५२. गाम-नाम ७३, १८१. गउपाविय- गोपायित २१७. ' गामड-ग्राम १८१. गच्छई-गञ्छति १९४. गिलेइ - गृणाति २२०. गति- गर्जन्ति १२५. गुणसार- (तत्सम) १९. गणंति - गगन्ति १५४,१६९. गुप्पंत- गुप्यमान २१७, गण - गणना ५१. गुरु - (तत्सम) १, २७, ८०. गमणागमण - गमनागमन १३७. गोर - गौर २६, ३०. गम्म - गम् (कर्मणि) : ९५, २१३ गम्मागम्मा-गंगम्यते (गमनागमनं क्रियते) ८३. गय - १०,१८ वादि. घर - गृह ९, १३, ११३ आदि. गयागय-गत+आगत १११. घर-(तत्सम) १५६. गरव-गुरु क १३७. घरचइ - गृहपति १२२. गवड-गुरु+क+ड १११. घरवास - गृहवास १२. गल-(तत्सम) १५०. घल-क्षिर लेपिशु-क्षिप्त्या गलइ-ति १०३. १७१. (हि. पालना) गलत-गलत १०३. घिय-घृत १२०. गलगल - कलकल २०६. धिप्प - क्षिप् ( कर्मणि) पति गवंगब-गोसाक ९६. शिप्यन्ने १५१. गरेस- गपन दि ५३: सु१४. .. . । गधिय-गर्षित ८६, १५४. महिल-प्रहिल १४३. गंग- गंगा १३७. च-(सम) ९८. गंगट-अद्र १८४ (गु. चअ - सन् एपि-सरत्या १९८, गांगडी) २०२, पहि-सन १३४. गंध- ५, १९५. चउगह - रगति १९८. . नधि-गि ४, चउरासी- चनुराति १३.
SR No.010430
Book TitlePahuda Doha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHiralal Jain
PublisherBalatkaragana Jain Publication Society
Publication Year1934
Total Pages189
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy