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________________ श्री यशपालजी माणकचन्दजी के द्वितीय पुत्र है । आपकी धर्मपत्नी का नाम पुष्पा जैन है । आपके पप्पी एक मात्र पुत्र है । पिता के साथ रहते एव व्यवसाय करते है । श्री किशनकुमारजी माणकचन्दजी के तृतीय पुत्र है । उत्साही एव क्रियाशील नवयुवक है । आपकी धर्मपत्नी का नाम उषा देवी है । आपके मात्र एक पुत्री है । आप अपने पिता के साथ व्यवसाय करते हैं । { श्री न्यामतरामजी नौलखा का परिवार श्री न्यामतराम पुत्र श्री मूलचन्द नोलखा (अध्यक्ष मुलतान दिगम्बर जैन समाज) का विवरण पहले दिया जा चुका है । आपके तीन पुत्र है । श्री न्यामतरामजी के पुत्र श्री प्रकाशचंदजी श्री प्रकाशचन्द जी का जन्म दिनाक--16-11-1948 ई० को दिल्ली मे हुआ । स्कूली शिक्षा प्राप्त कर आप अपने पिताजी के साथ व्यवसाय करने लग गये ।' आपकी धर्मपत्नी का नाम रिशमारानी है । आपके मात्र तीन पुत्रियां है | मुलतान दिगम्बर जैन समाज इतिहास के आलोक में A श्री वंशीलाल जी श्री वशीलाल जी का जन्म जयपुर सन् 1951 मे हुआ था । आपने भी माध्यमिक शिक्षा प्राप्त कर अपने पिताजी के साथ व्यवसाय मे लग गये । आपकी पत्नी का नाम श्रीमती ईना देवी है । आपके प्रवीण पुत्र एव रीनू एक पुत्री है । [ 153
SR No.010423
Book TitleMultan Digambar Jain Samaj Itihas ke Alok me
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherMultan Digambar Jain Samaj
Publication Year
Total Pages257
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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