SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 22
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ १६४ मंगलमन्त्र णमोकार · एक अनुचिन्तन सुग्रीवके पूर्वभवकी कथा १९१ । इष्ट साधक और अरिष्ट निवारक चित्रागददेवकी कथा १९३ णमोकारमन्त्र २०६ सुलोचनाकी कथा १९३ विश्व और णमोकारमन्त्र २१२ मरणासन्न संन्यासी और बकरेकी । जैन-सस्कृति और णमोकारमन्त्र२१४ कथा उपसंहार हथिनीकी कथा १९४ | परिशिष्ट नं०१ धरणेन्द्र-पद्मावतीकी कथा १९५ णमोकार मन्त्र सम्बन्धी गणित । दृढसूर्य चोरकी कथा १९६ । सूत्र २२३ महदासके अनुजकी कथा १९६ / परिशिष्ट नं० २ सुभौम चक्रवर्तीकी कथा अनुचिन्तन गत पारिभाषिक भील-भीलनीकी कथा १९८ शब्दकोप २२७ फल प्राप्तिके आधुनिक उदा- परिशिष्ट नं०३ हरण १९९ । पचपरमेष्ठी नमस्कार स्तोत्र २५२ १९७
SR No.010421
Book TitleMangal Mantra Namokar Ek Anuchintan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichandra Jain
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year1967
Total Pages251
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy