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________________ 66 महावीर का जीवने संदेश हो सकता। प्रत्येक मनुष्य को अपना प्रयोग करना चाहिये और अपना मार्ग खोज लेना चाहिये। जो मनुष्य प्रयोग-वीर नही है वह यदि विना सोचेविचारे महावीर के वचनो के अनुसार केवल वाह्य जीवन ही जीने का प्रयत्न करेगा, तो उसे महावीर की सिद्धि नही मिलेगी। इसके विपरीत, जो मनुष्य महावीर से प्रेरणा लेकर और उनके प्रयोगो के रहस्य को समझ कर, उनके मुख्य जीवन-सिद्धान्तो के अनुसार अपना जीवन बनाने के लिए निजी ढग का स्वतन्त्र प्रयत्न करेगा, वही महावीर की परम्परा का माना जायगा और भगवान् महावीर उसी को अपना आत्मीय जन समझेगे। आज जब ससार अनेक दृष्टियो से व्याकुल हो उठी है तब इस व्यापक जीवन की मुख्य उलझन का हल ढूढना जरूरी हो गया है । इसके लिए महावीरो की आवश्यकता है, प्रयोग-वीरो को आवश्यकता है । ऐसे लोग अपनी श्रद्धा को दृढ बनाने के लिए महावीर के जीवन को समझेगे और स्वय ही ऊँचे उठने का प्रयत्न करेगे। महावीर के स्मरण और चिंतन से हम ऐसी प्रेरणा प्राप्त करे और अपने व्यक्तिगत तथा सामाजिक जीवन का उद्धार करे। * १४-९-३९ को बम्बई मे दिये गये भाषण से।
SR No.010411
Book TitleMahavira ka Jivan Sandesh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRajasthan Prakruti Bharati Sansthan Jaipur
PublisherRajasthan Prakrit Bharti Sansthan Jaipur
Publication Year1982
Total Pages211
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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