________________
जिन्होने
जन्म-मरण के दुःखो से छुटकारा पाकर
स्वय भवसागर को पार किया
तथा
जो समस्त संसारी जीवों को पार कराने के लिए
सुदृढ नौका के समान
पवित्र माध्यम बने हुए हैं
ऐसे महावीर स्वामी के चरणों मे हमारा कोटि २ नमन परम पुनीत पच्चीसवे शतक पर भाव-भीनी विनयाञ्जलि
अर्पयिता :-- मदनलाल जैन ४७१६ डिप्टीगज देहली-११०००६ महावीर वैगल स्टोर ४७३३, डिप्टीगज
देहली-११०००६